नई दिल्ली: पाकिस्तान में रविवार को इमरान सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव खारिज हो गया है. नेशनल असेंबली के डिप्टी स्पीकर कासिम खान सूरी ने विदेशी साजिश का आरोप लगाकर अनुच्छेद 5 के तहत अविश्वास प्रस्ताव को खारिज कर दिया. इमरान खान ने कहा,’मैंने राष्ट्रपति को विधानसभाओं को भंग करने के लिए सलाह भेज दी है.’ इससे पहले इमरान खान अपने भाषणों में कह चुके हैं कि वह आखरी गेंद तक लड़ते रहेंगे.’
बता दें कि पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने प्रधानमंत्री इमरान खान की सलाह पर नेशनल असेंबली भंग कर दी है और अब पाकिस्तान में 90 दिन के अंदर आम चुनाव होंगे.
I congratulate every Pakistani on the Speaker's decision. The no-confidence motion was a foreign conspiracy against us. Pakistan should decide who should govern them: Imran Khan pic.twitter.com/2BVkipVHHb
— ANI (@ANI) April 3, 2022
यह भी पढ़ें : क्या सोशल मीडिया लोकतांत्रिक प्रक्रिया को प्रभावित कर रहा है, इसके प्रभाव पर कैसे अंकुश लगाया जाए
युवा करे ‘शांतिपूर्ण’ विरोध प्रदर्शन
बता दें कि पिछले कुछ दिनों से इमरान देश को सम्बोधित कर रहे है. नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव से पहले शनिवार को प्रधानमंत्री इमरान खान ने लोगों को संबोधित करते हुए इमरान खान ने पाकिस्तान के लोगों से विपक्ष द्वारा लाए गए उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के विरोध में आज और कल सड़कों पर उतरने को कहा.
इमरान ने कहा था, अगर यह कोई और देश होता जहां ऐसी चीजें हो रही थीं तो लोग सड़कों पर चले गए होते. मैं आप सभी से आज और कल सड़कों पर जाने का आह्वान करता हूं.
My Message to the Youth of Pakistan https://t.co/mojs4QxfnV
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) April 2, 2022
रविवार सुबह भी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अविश्वास प्रस्ताव पर महत्वपूर्ण मतदान से कुछ घंटे पहले, सत्ताधारी पार्टी ने जनता से समर्थन हासिल करने के प्रयास किए क्योंकि पाकिस्तान के पीएम ने देश के युवाओं को ‘विदेशी साजिश’ के खिलाफ दो दिनों तक विरोध करने का आह्वान किया है.
उन्होंने आगे कहा कि ‘अगर स्थिति नहीं बदली तो देश का ‘कोई भविष्य नहीं’ होगा. उन्होंने युवाओं को ‘शांतिपूर्ण’ विरोध प्रदर्शन करने की भी सलाह दी और कहा ‘यह आपका अधिकार है.’ इस तरह वह अपने आखरी गेंद तक लड़ रहे है.
उन्होंने दावा किया कि विपक्षी नेता अपने खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों को निपटाने के लिए सत्ता की मांग कर रहे हैं.
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘जब देश सच्चाई के साथ खड़ा होता है, तो यह विपक्ष और अपने विवेक को बेचने वालों का सबसे बड़ा डर बन जाता है. पीएम इमरान खान ने कहा कि वह चाहते हैं कि इतिहास ‘देशद्रोहियों’ को याद रखे क्योंकि वे विदेशी शक्तियों के साथ ‘साजिश’ कर रहे थे.
यह भी पढ़े: ‘मैंने जिंदगी में कभी हार नहीं मानी’- पाकिस्तान के PM इमरान खान ने इस्तीफा देने से किया इनकार
‘मैंने जिंदगी में कभी हार नहीं मानी’
गुरुवार को पाकिस्तान के वज़ीर-ए-आज़म इमरान खान ने राष्ट्र के नाम लाइव संबोधन में साफ किया दिया था कि वो इस्तीफा नहीं देंगे. उन्होंने कहा था कि, ‘इस रविवार को मुल्क का फैसला होना है.’ ‘मुझे किसी ने कहा कि आप इस्तीफा दे दीजिए. जो मेरे साथ क्रिकेट खेलते थे उन्होंने देखा है कि मैं आखिरी गेंद तक मुकाबला करता हूं.’
इमरान खान ने कहा था, ‘मैंने कभी जिंदगी में हार नहीं मानी. वोट का जो भी रिजल्ट हो, मैं और ज्यादा मजबूत होऊंगा. मैं इसका मुकाबला करूंगा. मैं अंत तक खड़ा रहूंगा.’
खान ने पाकिस्तान के विपक्षी नेताओं से कहा था कि, ‘ये कौम न कुछ भूलेगी, न आपको माफ करेगी. उन्होंने कहा कि इमरान खान चुप कर के नहीं बैठेगा.’
उन्होंने कहा, ‘जब मैंने 25 साल पहले राजनीति शुरू की थी तब कहा था कि न मैं किसी के सामने झुकूंगा, न अपनी कौम को किसी के सामने झुकने दूंगा. अपनी कौम को किसी की गुलामी नहीं करने दूंगा.’
विपक्ष द्वारा इमरान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के बाद पाकिस्तान की राजनीति में उथल-पुथल मची है. पीटीआई के कई सांसद पीएम इमरान खान के खिलाफ खुलकर सामने आए हैं. हालांकि इमरान खान ने इस प्रस्ताव के विफल होने पर विश्वास जताया था.
पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में इमरान सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को 3 अप्रैल के लिए टाल दिया गया था. अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए गुरुवार को हुई बैठक के तुरंत बाद नेशनल असेंबली की कार्यवाही 3 अप्रैल तक के लिए स्थगित कर दी गई थी.
यह भी पढ़े: अविश्वास खारिज होने के बाद इमरान ने की संसद भंग करने की सिफारिश, राष्ट्रपति से चुनाव कराने की मांग