नई दिल्ली: पाकिस्तान के प्रधान मंत्री शहबाज शरीफ ने रविवार को विनाशकारी बाढ़ के बारे में जानकारी साझा करते हुए कहा कि प्राकृतिक आपदा के कारण 400 से अधिक बच्चों की मौत हो गई है.
एआरवाई न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, ट्विटर पर शहबाज शरीफ ने यूनिसेफ और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों से बाढ़ में बच्चों से जुड़े जोखिमों से निपटने का आग्रह किया. उन्होंने लिखा, ‘जलवायु परिवर्तन की वजह से बाढ़ आपदाओं से बच्चे सबसे अधिक प्रभावित होते हैं.
शरीफ ने लिखा, ‘दुर्भाग्य से, 400 बच्चों की मृत्यु हुई, जो कुल मौतों का एक तिहाई है. मैं यूनिसेफ और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों से पानी से होने वाली बीमारियों के शिकार इन बच्चों की जान बचाने के लिए मदद की अपील करता हूं.’
As Pakistan battles one of the worst climate-induced calamities, among the most adversely affected are children. With over 400 dead, they make up one third of overall death toll. Now they are at even greater risk of water-borne diseases.UNICEF & other global agencies should help.
— Shehbaz Sharif (@CMShehbaz) September 4, 2022
शनिवार को प्रकाशित हुई राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) की रिपोर्ट के अनुसार, 26 लोगों की मौत हो जाने के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर 1,290 हो गई थी.
जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, देश का बड़ा हिस्सा जलमग्न है – खासकर दक्षिण में बलूचिस्तान, खैबर पख्तूनख्वा और सिंध प्रांत. सिंध में कम से कम 180 लोग मारे गए हैं, इसके बाद खैबर पख्तूनख्वा में 138 और बलूचिस्तान में 125 लोगों ने जान गंवा दी है.
कम से कम 1,468,019 घर आंशिक रूप से या पूरी तरह से तबाह हो गए हैं, जबकि 736,459 पशु बाढ़ के कारण मारे गए हैं.
जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, फ्रांस से पहली मानवीय सहायता उड़ान शनिवार सुबह इस्लामाबाद में उतरने के साथ ही कई देशों से सहायता पहुंचाई गई है.
नुकसान का प्रारंभिक अनुमान 10 बिलियन अमरीकी डॉलर लगाया गया है लेकिन अभी भी अंतरराष्ट्रीय संगठनों के साथ सर्वे किए जा रहे हैं.
संघीय गरीबी उन्मूलन और सामाजिक सुरक्षा मंत्री शाजिया मारी ने कहा कि 723,919 परिवारों को 25,000 रुपए नकद राहत (प्रति परिवार) मिली है और 18.25 अरब रुपए की राशि वितरित की गई है.
इससे पहले, संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि 6.4 से अधिक मिलियन लोगों को मानवीय सहायता की सख्त जरूरत है.
डब्ल्यूएचओ पाकिस्तान ने ट्विटर पर लिखा कि देश में जारी भीषण बाढ़ के कारण 1,460 से अधिक स्वास्थ्य सुविधाएं प्रभावित हुई हैं, जिनमें से 432 पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई हैं.
इस बीच, पाकिस्तान की राज्य वित्त मंत्री आयशा घोष पाशा ने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के पुनर्वास के लिए वैश्विक ऋणदाताओं से संपर्क किया जाएगा. उन्होंने कहा, ‘हम दो दिनों में बाढ़ से हुए नुकसान का आकलन पूरा कर लेंगे.’
आर्थिक तंगी से जूझ रहा देश एक और आपातकालीन ऋण लेने पर विचार कर रहा है, जब कि वह पहले ही आईएमएफ से एक डिफ़ॉल्ट को रोकने के लिए बेलआउट पैकेज ले चुका है.
दि एक्सप्रेस ट्रिब्यून अखबार ने बताया कि एक अनुमान के अनुसार पाकिस्तान में विनाशकारी बाढ़ से लगभग 2.5 ट्रिलियन रुपए (पाकिस्तानी रुपए) का नुकसान हुआ होगा. शुरुआती आकलन में कहा गया है कि चालू वित्त वर्ष में आर्थिक विकास दर घटकर महज 2 फीसदी रह सकती है.
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