(सज्जाद हुसैन)
इस्लामाबाद, सात मई (भाषा) पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने बुधवार को कहा कि पाकिस्तानी सेना भारत के हमले के लिए तैयार थी तथा उन्होंने अपनी सेना की ‘‘त्वरित प्रतिक्रिया’’ की सराहना की।
दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव के बीच संसद के सत्र को संबोधित करते हुए शहबाज ने दावा किया कि पाकिस्तानी सेना ने पांच भारतीय विमानों को नष्ट कर दिया। हालांकि, उन्होंने अपने दावे के समर्थन में कोई सबूत नहीं दिया।
उन्होंने दावा किया, ‘‘कल रात 80 भारतीय विमान हमले में शामिल थे, लेकिन पाकिस्तान की हवाई रक्षा प्रणाली के जरिये खतरे को प्रभावी ढंग से निष्प्रभावी कर दिया गया।’’
प्रधानमंत्री ने ‘‘त्वरित प्रतिक्रिया’’ के लिए पाकिस्तानी वायुसेना और उसके प्रमुख की सराहना करते हुए कहा कि सशस्त्र बलों को भारत की योजनाओं के बारे में पहले से खुफिया जानकारी थी।
उन्होंने अपने दावों के समर्थन में कोई सबूत पेश किए बिना दावा किया, ‘‘हमने राफेल समेत दुश्मन के पांच लड़ाकू विमानों को मार गिराया और दो भारतीय ड्रोन को भी मार गिराया।’’
राफेल विमानों का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने दावा किया कि पाकिस्तान ने उनकी प्रणालियों को जाम कर दिया।
शहबाज ने कहा, ‘‘हमारे सशस्त्र बल चौबीसों घंटे हाई अलर्ट पर हैं और मातृभूमि की रक्षा के लिए तैयार हैं।’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि पाकिस्तान ने पहलगाम हमले की पारदर्शी ढंग से अंतरराष्ट्रीय जांच की पेशकश की थी तथा दावा किया कि भारत ने सहयोग के बजाय ‘‘आक्रामकता’’ से जवाब दिया।
उपप्रधानमंत्री एवं विदेश मंत्री इशाक डार ने कहा कि भारत के हमलों के बावजूद पाकिस्तान ने संयम बरता।
इससे पहले, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (एनएससी) की बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें कैबिनेट मंत्रियों, मुख्यमंत्रियों, सभी सेनाओं के प्रमुखों और वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया।
बयान में कहा गया है कि एनएससी की बैठक में इस हमले को भारत की ‘‘बिना उकसावे वाली’’ और ‘‘गैरकानूनी’’ कार्रवाई बताया गया और कहा गया कि एनएससी ‘‘स्पष्ट रूप से इसकी निंदा करती है।’’
इससे पहले दिन में, पाकिस्तानी सेना ने कहा कि भारत द्वारा किए गए मिसाइल हमलों में कम से कम 26 लोग मारे गए और 46 घायल हुए हैं।
भारतीय सशस्त्र बलों ने पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेते हुए मंगलवार देर रात पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए, जिनमें बहावलपुर का जैश-ए-मोहम्मद का गढ़ और मुरीदके में लश्कर-ए-तैयबा का ठिकाना शामिल है।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले में 26 लोग मारे गये थे।
भाषा
देवेंद्र अविनाश
अविनाश
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