इस्लामाबाद: पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) मुईद यूसुफ ने रविवार को आरोप लगाया कि 2008 के मुंबई आतंकी हमले के मास्टरमाइंड और प्रतिबंधित जमात-उद-दावा (जेयूडी) के सरगना हाफिज सईद के घर के बाहर एक शक्तिशाली बम विस्फोट के पीछे एक भारतीय नागरिक का हाथ था.
बाद में प्रधानमंत्री इमरान खान ने ट्वीट कर बताया कि उन्होंने अपनी टीम को विस्फोट की जांच के निष्कर्षों के बारे में आज राष्ट्र को जानकारी देने का निर्देश दिया था और कहा था कि नागरिक और सैन्य खुफिया एजेंसियों के बीच समन्वय से ‘आतंकवादियों और उनके अंतरराष्ट्रीय संबंधों की पहचान की गई.’
I instructed my team to brief nation on findings of Johar Town, Lahore blast investigation today. I appreciate the diligence & speed of Punjab Police’s Counter Terrorism Dept in unearthing the evidence & commend the excellent coordination of all our civil & mly Intel agencies.
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) July 4, 2021
यह विस्फोट पिछले महीने हुआ था.
लाहौर के जोहर टाउन में बोर्ड ऑफ रेवेन्यू (बीओआर) हाउसिंग सोसाइटी में स्थित सईद के घर के बाहर 23 जून को कार के जरिए बम विस्फोट किया गया था जिसमें तीन लोगों की मौत हुई थी और 24 अन्य जख्मी हुए थे. किसी भी संगठन ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है.
पंजाब पुलिस प्रमुख और सूचना मंत्री फवाद चौधरी के साथ यहां संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, एनएसए यूसुफ ने दावा किया कि हमले का मास्टरमाइंड “एक भारतीय नागरिक है” जिसका एक खुफिया एजेंसी से संबंध है.
उन्होंने कहा, ‘इन आतंकवादियों के पास से बरामद किए गए इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों, फोरेंसिक विश्लेषण के जरिए, हमने मुख्य मास्टरमाइंड और इस आतंकवादी हमले के संचालकों की पहचान की है और हमें आपको यह सूचित करने में कोई शक या आपत्ति नहीं है कि मुख्य मास्टरमाइंड भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ से संबंधित एक भारतीय नागरिक है और भारत में है.’ हालांकि उन्होंने कथित संदिग्ध की पहचान उजागर नहीं की.
अतीत में, भारतीय विदेश मंत्रालय पाकिस्तान में कुछ आतंकी हमलों में भारत की संलिप्तता के आरोपों को खारिज कर चुका है और कह चुका है कि ‘सबूत’ के तथाकथित दावे कल्पना की उपज हैं.
विदेश मंत्रालय ने कहा था कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय उसके हथकंडों से अवगत है और इस्लामाबाद द्वारा आतंकवाद को प्रायोजित करने के प्रमाण को किसी और ने नहीं बल्कि उसके खुद के नेतृत्व ने माना है.
पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने आरोप लगाया था कि उनके देश में हुए कुछ आतंकी हमलों के पीछे भारत का हाथ है, जिसके बाद भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने पिछले साल नवंबर में कहा था, ‘भारत विरोधी प्रचार की एक और बेकार कवायद है. भारत के खिलाफ ‘सबूत’ के तथाकथित दावों की कोई विश्वसनीयता नहीं है, वे गढ़े गए हैं और कल्पना पर आधारित हैं.’
अपनी प्रेस वार्ता में यूसुफ ने कहा कि विभिन्न एजेंसियों के बीच कुशल समन्वय के कारण सरकार के पास फर्जी नाम, वास्तविक पहचान और संदिग्धों के स्थान के बारे में जानकारी है.
सईद संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित आतंकवादी है. अमेरिका ने उस पर एक करोड़ डॉलर का इनाम रखा है. वह आतंकवाद के वित्तपोषण के पांच मामलों में सजा काट रहा है.
सईद के नेतृत्व वाला जमात-उद-दावा आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का मुखौटा संगठन है. लश्कर 2008 के मुंबई हमले के लिए जिम्मेदार है. इस हमले में छह अमेरिकी नागरिकों समेत 166 लोगों की जान चली गई थी.
अमेरिका के वित्त विभाग ने सईद को वैश्विक आतंकवादी घोषित किया हुआ है. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने भी दिसंबर 2008 में उसे आतंकवादी घोषित कर दिया था.
पिछले हफ्ते, पाकिस्तानी पंजाब की सरकार ने दावा किया था कि उसने सईद के घर के बाहर विस्फोट में शामिल महिलाओं सहित सभी 10 संदिग्धों के एक नेटवर्क का पता लगाया.
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