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सोमवार, 26 मई, 2025
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पाक सीनेटर ने सिंधु जल संधि के निलंबन को ‘वाटर बम’ बताया, सरकार से इसे ‘निष्क्रिय’ करने को कहा

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(सज्जाद हुसैन)

इस्लामाबाद, 23 मई (भाषा) पहलगाम आतंकी हमले के बाद, भारत द्वारा सिंधु जल संधि को निलंबित करने का उल्लेख करते हुए पाकिस्तान के एक विपक्षी नेता ने शुक्रवार को सरकार से देश में अकाल से बचने के लिए ‘‘वाटर बम’’ को ‘‘निष्क्रिय’’ करने का आग्रह किया।

पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के सीनेटर अली जफर ने सीनेट को बताया, ‘‘पानी की कमी हम पर थोपा जा रहा युद्ध है। 21वीं सदी में पानी को लेकर युद्ध लड़े जाने की भविष्यवाणियां सच साबित हो रही हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘अगर हम जल के अपने मुद्दों को हल नहीं करते हैं, तो हमें अकाल का सामना करना पड़ सकता है। सिंधु हमारी जीवन रेखा है – यह वास्तव में हमारे ऊपर लटका एक ‘वाटर बम’ है जिसे हमें निष्क्रिय करना होगा।’’

पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के एक दिन बाद, भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई दंडात्मक कदमों की घोषणा की थी, जिसमें सिंधु जल संधि (आईडब्ल्यूटी) को निलंबित करना भी शामिल है।

इस आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए थे।

जफर, जो पाकिस्तान के एक प्रमुख वकील भी हैं, ने कहा कि पानी निचले प्रवाह क्षेत्र का एक मौलिक मानवाधिकार है।

उन्होंने कहा, “अगर भारत समझौते को खत्म करना चाहता है, तो दोनों देशों को एक नये समझौते पर बातचीत करनी चाहिए। वे (भारतीय) इसे आसानी से रद्द नहीं कर सकते – उन्हें पहले अपने बांधों को तोड़ना होगा।’’

जफर ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत, अगर पानी का प्रवाह रोका जाता है तो आत्मरक्षा में बल का इस्तेमाल किया जा सकता है।

पाकिस्तान ने चेतावनी दी है कि सिंधु जल संधि को निलंबित करके पाकिस्तान को पानी रोकने के किसी भी प्रयास को ‘‘युद्ध भड़काना’’ माना जाएगा।

भाषा सुभाष पवनेश

पवनेश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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