नई दिल्ली: भारत द्वारा पाकिस्तान के बालाकोट स्थित आतंकवादी शिविरों में निशाना बनाने के बाद, पाकिस्तान और भारत में लगातार उच्चस्तरीय बैठक जारी है. एक ओर जहां पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने बुधवार को परमाणु मुद्दों पर बात करने के लिए शीर्ष नेतृत्व की बैठक बुलाई. वहीं गृहमंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में नॉर्थ ब्लॉक में सुरक्षा मामलों पर बात करने के लिए बैठक हुई.
नेशनल कमांड अथॉरिटी (एनसीए) नीति निर्माण, अभ्यास, तैनाती, अनुसंधान और विकास, रोजगार और परिचालन कमान और देश के परमाणु शस्त्रागार को नियंत्रित करता है.
एनसीए की बैठक बुलाने का निर्णय मंगलवार को राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक में लिया गया जो कि एक सिविल-सैन्य बॉडी है, जिसने भारतीय हमले के बाद की स्थिति पर चर्चा की थी.
14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद के आत्मघाती हमले में चालीस केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों की मौत हो गई.
इस घटना के बाद, भारत ने मंगलवार को पाकिस्तान के अशांत खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में बालाकोट में जेएमएम के सबसे बड़े प्रशिक्षण शिविर पर बमबारी की और नष्ट कर दिया. मंगलवार की भोर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) से लगभग 80 किलोमीटर दूर वरिष्ठ कमांडरों ने ‘भारी संख्या’ में आतंकवादियों और प्रशिक्षकों को मार गिराया.
भारत के साथ तनाव पर चर्चा करने और राष्ट्रीय प्रतिक्रिया तैयार करने के लिए संसद का संयुक्त सत्र आज (बुधवार) बुलाया गया है.
भारत के हमले के बाद की स्थिति पर संसदीय नेताओं को सरकार द्वारा इन-कैमरा ब्रीफिंग भी दी जाएगी.
पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने आरोप लगाया कि भारत सरकार आतंकवाद के बहाने पुलवामा की घटना के बाद धमकी भरे बयान जारी कर रही है, ताकि कश्मीर में होने वाले अधिकारों के उल्लंघन से दुनिया का ध्यान भटकाया जा सके.
कुरैशी ने कहा कि पाकिस्तान आत्मरक्षा के लिए उचित कार्रवाई करने का अधिकार रखता है.
भारत के गृहमंत्री ने भी बुलाई बैठक
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को आंतरिक सुरक्षा पर चर्चा के लिए नॉर्थ ब्लॉक में एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की. यह बैठक भारतीय वायुसेना द्वारा पाकिस्तान में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के सबसे बड़े प्रशिक्षण शिविर पर भारतीय वायुसेना द्वारा की गई बमबारी के एक दिन बाद हुई.
सूत्रों ने कहा कि मंगलवार के हवाई हमले के बाद इस बैठक में जम्मू एवं कश्मीर के वर्तमान हालात सहित खुफिया जानकारी व आगे की रणनीति पर चर्चा की गई.
इस बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल, गृह सचिव राजीव गौबा, इंटेलीजेंस ब्यूरो प्रमुख राजीव जैन व रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (आर एंड एडब्ल्यू) के प्रमुख अनिल कुमार धस्माना के अलावा अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे.