सियालकोट: पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने शनिवार को कहा कि देश में आतंकवाद के प्रसार के लिए पिछली सरकार जिम्मेदार थी, द न्यूज इंटरनेशनल ने इस बारे में जानकारी दी.
इमरान खान के नेतृत्व वाली पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि सुरक्षा बल कल रात आतंकवादियों के खिलाफ लड़ रहे थे (कराची पुलिस कार्यालय आतंकी हमले का जिक्र करते हुए) क्योंकि उन्हें वापस लाया गया (टीटीपी) और लगभग एक साल पहले फिर स्थापित किया गया.
आसिफ कराची पुलिस प्रमुख के कार्यालय पर हुए आतंकी हमले का जिक्र कर रहे थे. कराची पुलिस कार्यालय पर शुक्रवार को हमला किया गया और शाम 7:10 बजे शुरू हुआ, पुलिस और रेंजर्स कर्मियों अंततः रात के पौने 11 बजे कई चरणों में पांच मंजिला इमारत को खाली कराने में सफल हो सके.
डॉन में छपी रिपोर्ट के अनुसार शरिया फैसल के पास कराची पुलिस स्टेशन पर शुक्रवार को पाकिस्तान की कानून-प्रवर्तन एजेंसियों जैसे पाकिस्तानी सेना की स्पेशल टास्क फोर्स (एसएसजी), पाकिस्तान रेंजर्स सिंध और सिंध पुलिस व आतंकवादियों के बीच घंटों चली मुठभेड़ में चार लोग मारे गए और 19 घायल हो गए.
इसके अलावा, प्रतिबंधित आतंकवादी समूह तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) से संबंधित सभी तीन आतंकवादी मारे गए.
डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, पूर्व पीटीआई सरकार पर निशाना साधते हुए आसिफ ने कहा कि ढाई साल पहले आतंकवादियों को पाकिस्तान लाया गया था, और वही इस आतंकवाद के लिए जिम्मेदार है.i.
विशेष रूप से, पूर्व पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान का प्रशासन टीटीपी के साथ बातचीत फिर से शुरू करना चाहता था. फरवरी 2022 में जब दूसरे दौर की चर्चा शुरू हुई, तब तक सरकार कम से कम 100 टीटीपी बंदियों को रिहा कर चुकी थी.
हालांकि, टीटीपी के साथ शांति समझौते पर पहुंचने की दिशा में कोई प्रगति नहीं हुई और प्रतिबंधित संगठन ने 28 नवंबर को अपने संघर्ष विराम को वापस ले लिया.
तब से पाकिस्तान आतंकवाद की चपेट में है, ज्यादातर खैबर पख्तूनख्वा में, लेकिन बलूचिस्तान और मियांवाली के पंजाब शहर में भी, जो केपी की सीमा में है. आतंकी हमले इस्लामाबाद और कराची तक भी पहुंच चुके हैं.
जियो न्यूज ने बताया कि कराची आतंकी हमला पेशावर सिविल लाइंस मस्जिद में घातक आत्मघाती हमले के बाद हुआ, जिसमें 84 लोग मारे गए थे.
द न्यूज इंटरनेशनल ने बताया कि आर्थिक संकट के बारे में बोलते हुए, आसिफ ने कहा कि पाकिस्तान पहले ही देश के रूप में डिफॉल्ड कर चुका है और जल्द राहत की कोई उम्मीद भी नहीं है.
संयोग से, उनका बयान पाकिस्तान को आईएमएफ बेलआउट मिलने से पहले ही आया है. गठबंधन सरकार में मुख्य पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के एक वरिष्ठ नेता आसिफ ने सियालकोट के एक निजी कॉलेज में एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, “देश ने डिफॉल्ट किया है. हम उस राज्य में रहते हैं जिसने डिफाल्ड किया है.”
पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था गंभीर संकट में है, भुगतान संतुलन संकट से त्रस्त है क्योंकि यह राजनीतिक अराजकता और बिगड़ती सुरक्षा के बीच उच्च बाहरी ऋण को भी चुकता करना है.
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