(अदिति खन्ना)
लंदन, दो मई (भाषा) ब्रिटेन ने पहलगाम में पिछले सप्ताह हुए “घृणित” आतंकवादी हमले के बाद तनाव कम करने का आग्रह करते हुए सभी संबंधित पक्षों से संयमित दृष्टिकोण अपनाने का आह्वान किया है। इस हमले में 26 लोगों की जान चली गई थी।
ब्रिटिश संसद के निचले सदन ‘हाउस ऑफ कॉमन्स’ में एक अत्यावश्यक प्रश्न के बाद, इस सप्ताह हाउस ऑफ लॉर्ड्स में “कश्मीर: बढ़ता तनाव” के मुद्दे पर बहस हुई, जिसमें विभिन्न दलों के सदस्यों ने “भयानक हमले” की निंदा की और क्षेत्र में भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव पर लेबर पार्टी सरकार का रुख जानना चाहा।
ब्रिटेन में आतंकवाद विरोधी प्रदर्शनों के दौरान हुई भड़काऊ घटनाओं का मुद्दा भी सदन में उठाया गया, जिससे भारतीय और पाकिस्तानी प्रवासियों के बीच सामुदायिक संबंधों को लेकर निचले सदन में जताई गई आशंकाएं भी प्रतिध्वनित हुईं।
ब्रिटेन के विदेश, राष्ट्रमंडल एवं विकास कार्यालय (एफसीडीओ) के मंत्री लॉर्ड रे कोलिन्स ने सरकार की ओर से बताया, “रविवार को विदेश मंत्री (डेविड लैमी) ने भारतीय विदेश मंत्री और पाकिस्तानी उप प्रधानमंत्री दोनों से बात की। हम सभी पक्षों को संतुलित दृष्टिकोण अपनाने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।”
उन्होंने कहा, “हम सभी अंतरराष्ट्रीय संगठनों से तनाव कम करने और (तनावपूर्ण) स्थिति को सामान्य करने के लिए उचित बातचीत करने का आग्रह कर रहे हैं… हम जानते हैं कि भारत और पाकिस्तान ने कहा है कि वे कुछ कूटनीतिक संधियों को स्थगित रखेंगे। हम दोनों राज्यों में जमीनी स्तर पर इसके प्रभाव की निगरानी करना जारी रखेंगे। सभी पक्षों और अंतरराष्ट्रीय भागीदारों के लिए सिंधु नदी प्रणाली की दीर्घकालिक स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए काम करना महत्वपूर्ण है, और हम यह आग्रह करना जारी रखेंगे।”
ब्रिटिश भारतीय कंजर्वेटिव सांसद बैरोनेस सैंडी वर्मा ने मंत्री से लंदन में देश के उच्चायोग के बाहर एक पाकिस्तानी राजनयिक द्वारा “भारतीय प्रदर्शनकारियों को लेकर गला काटने के इशारे” करने का मुद्दा उठाया।
उन्होंने कहा, “ब्रिटेन के लिए यह बहुत उपयोगी होगा कि वह यह स्पष्ट संकेत दे कि इशारों से हिंसा भड़काना स्वीकार्य नहीं है। हम जानना चाहेंगे कि ब्रिटेन सरकार क्या करेगी।”
मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि ऐसी कार्रवाइयों का उद्देश्य समुदायों को विभाजित करना है।
लॉर्ड कॉलिन्स ने कहा, “इसीलिए हमें सकारात्मक तरीके से प्रतिक्रिया देनी होगी… हम बर्बरता की किसी भी घटना की निंदा करते हैं और प्रदर्शनकारियों से शांतिपूर्ण और कानून का पालन करते हुए विरोध करने का आह्वान करते हैं। हम सभी से स्थिति को शांत करने का आग्रह करते हैं। हम सभी स्तरों पर, कूटनीतिक रूप से और स्थानीय समुदाय के नेताओं के साथ इस बारे में संवाद करेंगे।”
लेबर पार्टी के सांसद लॉर्ड कृष रावल ने मंत्री से अनुरोध किया कि वे बताएं कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुई क्रूरता के बाद “भारत के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े होना” कैसा होगा।
मंत्री ने कहा, “हम सभी अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय साझेदारों के साथ मिलकर काम करने जा रहे हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि हम तनाव कम करने का प्रयास करें और ऐसे हालात बनाएं जहां बातचीत हो सके, जो फिलहाल नहीं हो रही है।”
भाषा
प्रशांत मनीषा
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