नई दिल्ली: यूनिसेफ ने गुरुवार को बताया कि यूक्रेन में जारी युद्ध के मद्देनजर 10 लाख बच्चे देश से भाग गए हैं. ज्यादा बच्चे अपने परिवार के साथ पोलैंड, हंगरी, स्लोवाकिया, मोल्दावा और रोममानिया की तरफ भाग गए हैं.
यूरोप और मध्य एशिया के यूनिसेफ के क्षेत्रीय निदेशक अफशान खान ने कहा, ‘आने वाले बच्चों की संख्या चौंका देने वाली है, यह इस बात का संकेत है कि यूक्रेन में बच्चों और परिवारों के लिए स्थिति कितनी खराब हो गई है.’
‘बच्चे सुरक्षा की तलाश में वे वो सब कुछ छोड़ रहे हैं जो उनका अपना है. यह दिल तोड़ने वाला है.’
अब तक करीब 70 टन सप्लाई करने वाले छह ट्रक यूक्रेन पहुंच चुके हैं. आपूर्ति में व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण और मेडिकल उपकरण, सर्जिकल किट्सऔर प्रसूति किट शामिल हैं.
भागीदारों के साथ काम करते हुए, यूनिसेफ ने कहा कि वह यूक्रेन के 5 अलग-अलग संघर्ष प्रभावित क्षेत्रों में 22 अस्पतालों में चिकित्सा आपूर्ति करेगा, जिससे 20,000 बच्चों और माताओं को लाभ होगा.
यूनिसेफ ने बताया कि उसने सीमा पार तीन ट्रक भेजे हैं जिसमें जरूरी सामाम जैसे- हाइजिन किट, बच्चों के विकास में जरूरी चीजें शामिल हैं. ये सभी चीजें पोलैंड पहुंच चुकी हैं.
इसके अलावा अतिरिक्त आपूर्ति कोपेनहेगन और तुर्की से की जा रही है और आने वाले दिनों में आने वाली है.
यूक्रेन से मोल्दोवा, पोलैंड, रोमानिया और बेलारूस जाने पर बच्चों और परिवारों की सहायता के लिए, यूनिसेफ ने ‘ब्लू डॉट्स’ की स्थापना की है, जो एक-स्टॉप सुरक्षित स्थान है जो यात्रा करने वाले परिवारों को महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करता है और अकेले और अलग बच्चों की पहचान करने की क्षमता प्रदान करता है.
इसके अलावा, यूनिसेफ ने यूक्रेन और पड़ोसी देशों में बच्चों के कल्याण में गिरावट को रोकने और महत्वपूर्ण जीवन रक्षक सहायता के प्रभावी प्रावधान को सक्षम करने के लिए 349 मिलियन अमेरिकी डॉलर की अपील की. इसमें यूक्रेन के भीतर तत्काल जरूरतों के लिए 276 मिलियन अमेरिकी डॉलर और पड़ोसी देशों में 73 मिलियन अमेरिकी डॉलर शामिल हैं.
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