(सीमा हाखू काचरू)
ह्यूस्टन (अमेरिका), 11 फरवरी (भाषा) जिन पुरुषों के शरीर में वसा का स्तर अधिक होता है, उनकी हड्डियों का घनत्व सामान्य वसा स्तर वाले पुरुषों के मुकाबले कम होता है। यह दावा एक नवीनतम अमेरिकी अध्ययन में किया गया है।
इंडोक्राइन सोसाइटी के जर्नल ऑफ क्लीनिकल इंडोक्राइनोलॉजी एंड मेटाबॉलिज्म में प्रकाशित अनुसंधान पत्र के मुताबिक इस नतीजे पर पहुंचने के लिए अनुसंधानकर्ताओं ने 60 वर्ष से कम उम्र के 10,814 लोगों की हड्डियों में खनिज पदार्थ के घनत्व और शरीर की बनावट का विश्लेषण किया। इसके लिए उन्होंने आंकड़े अमेरिका के राष्ट्रीय स्वास्थ्य और पोषाहार परीक्षण सर्वेक्षण (एनएचएएनईएस) से लिए। ये आंकड़े वर्ष 2011 से 2018 के बीच के थे।
इलिनॉयस के शिकागो स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो मेडिसीन में एमडी राजेश जैन ने कहा, ‘‘हमने पाया वसा की अधिक मात्रा का संबंध निम्न अस्थि घनत्व से है और यह परिपाटी महिलाओं के मुकाबले पुरुषों में अधिक है।’’
अनुसंधानकर्ताओं ने पाया कि कम वसा की मात्रा का सकारात्मक संबंध अस्थि खनिज घनत्व से है और यह पुरुषों और महिलाओं दोनों पर लागू होता है। उन्होंने बताया कि वहीं, उच्च वसा की मात्रा का काफी हद तक नकारात्मक असर अस्थि खनिज घनत्व पर पड़ता है, खासतौर पर पुरुषों के मामलों में।
जैन ने कहा,‘‘स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं को अधिक वजन वाले मरीजों की आस्टिओपरोसिस जांच पर विचार करना चाहिए, खासतौर पर जिन्हें अन्य खतरे जैसे कि अधिक उम्र हो, पूर्व में हड्डी टूटने की समस्या रही हो, पारिवारिक इतिहास या स्टेरॉयड का इस्तेमाल किया हो।’’
भाषा धीरज गोला
गोला
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.