एम्स्टर्डम, पांच अप्रैल (भाषा) राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की नीदरलैंड यात्रा की आधिकारिक शुरुआत के दौरान यूरोपीय देश के नरेश विलेम अलेक्जेंडर और रानी मैक्सिमा ने उनका और उनकी पत्नी सविता कोविंद का मंगलवार को औपचारिक स्वागत किया।
राष्ट्रपति कोविंद दो देशों की अपनी यात्रा के अंतिम चरण में एम्स्टर्डम पहुंचे। इससे पहले 1988 में राष्ट्रपति आर वेंकटरमन ने नीदरलैंड की यात्रा की थी। इसके 34 साल बाद यह भारत के किसी राष्ट्रपति की नीदरलैंड की पहली यात्रा है। इस दौरान वह देश के शीर्ष नेतृत्व के साथ चर्चा करेंगे।
राष्ट्रपति के कार्यालय ने मंगलवार को ट्वीट किया, ‘‘राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रथम महिला सविता कोविंद का नीदरलैंड नरेश विलेम अलेक्जेंडर और रानी मैक्सिमा ने औपचारिक स्वागत किया।’’
राष्ट्रपति कोविंद ने एम्स्टर्डम के डैम स्क्वायर में पुष्पांजलि भी अर्पित की।
कोविंद नीदरलैंड के नरेश अलेक्जेंडर और रानी मैक्सिमा के निमंत्रण पर यहां पहुंचे। वह चार से सात अप्रैल तक की देश की अपनी यात्रा के दौरान नीदरलैंड नरेश एवं रानी से मुलाकात के अलावा प्रधानमंत्री मार्क रूट के साथ भी वार्ता करेंगे।
राष्ट्रपति की यह यात्रा महत्वपूर्ण है क्योंकि भारत और नीदरलैंड 2022 में राजनयिक संबंधों की स्थापना के 75 वर्ष पूरे होने का जश्न मना रहे हैं।
राष्ट्रपति कोविंद मंगलवार को यहां पहुंचने के बाद दुनिया के सबसे बड़े फूलों के बगीचों में शामिल केकेनहोफ गए थे, जहां विदेश मंत्री वोपके होएकस्त्रा ने उनका स्वागत किया।
राष्ट्रपति कोविंद के ट्विटर अकाउंट पर जानकारी दी गई, ‘‘नीदरलैंड के विदेश मंत्री और उप प्रधानमंत्री होएकस्त्रा ने केकेनहोफ में स्वागत किया। राष्ट्रपति कोविंद ने दोनों देशों के बीच बहुआयामी साझेदारी और लोगों के बीच जीवंत आपसी संबंधों पर बात की।’’
एक अन्य ट्वीट में कहा गया, ‘‘राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रथम महिला सविता कोविंद एम्स्टर्डम स्थित केकेनहोफ गए। राष्ट्रपति ने पीले ट्यूलिप की एक नई नस्ल का नाम भारत और नीदरलैंड के बीच विशेष और स्थायी दोस्ती के प्रतीक के रूप में ‘मैत्री’ रखा।’’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नीदरलैंड के प्रधानमंत्री मार्क रूट ने 2021 में एक डिजिटल शिखर सम्मेलन के दौरान जल क्षेत्र में दोनों पक्षों के बीच साझेदारी बढ़ाने के लिए जल संबंधी एक रणनीतिक साझेदारी शुरू की थी।
कृषि, स्वास्थ्य, शहरी विकास, विज्ञान और प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में सहयोग दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों के अन्य महत्वपूर्ण स्तंभ हैं। नीदरलैंड भारत का एक महत्वपूर्ण आर्थिक और वाणिज्यिक भागीदार भी है।
कोविंद तुर्कमेनिस्तान से यहां पहुंचे थे। उन्होंने तुर्कमेनिस्तान में अपने समकक्ष सर्दार बर्दीमुहामेदोव के साथ बातचीत की तथा दोनों पक्ष बहुआयामी साझेदारी को और मजबूत करने के लिए द्विपक्षीय व्यापार एवं ऊर्जा सहयोग का विस्तार करने पर सहमत हुए। वह स्वतंत्र तुर्कमेनिस्तान की यात्रा करने वाले पहले भारतीय राष्ट्रपति हैं।
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