काठमांडू, 29 मई (भाषा) नेपाल के पर्वतारोहण समुदाय ने ‘अंतरराष्ट्रीय एवरेस्ट दिवस’ पर विश्व के सबसे ऊंचे पर्वत को फतह करने का जश्न मनाया।
नेपाल के संस्कृति और पर्यटन मंत्री के नेतृत्व में काठमांडू में रैली निकाली गई और पुराने महल परिसर में कार्यक्रम आयोजित किया गया।
न्यूजीलैंड के एडमंड हिलेरी और शेरपा तेनजिंग नोर्गे ने 29 मई, 1953 को एवरेस्ट पर पहली सफल चढ़ाई की थी।
काठमांडू स्थित एशियन ट्रेकिंग कंपनी चलाने वाले आंग शेरिंग ने कहा, ‘हम 29 मई को अंतरराष्ट्रीय सागरमाथा (एवरेस्ट) दिवस के रूप में मना रहे हैं, क्योंकि दुनिया को सर एडमंड हिलेरी और तेनजिंग नोर्गे की उपलब्धियों और योगदान को याद रखना चाहिए।’
नेपाल में विश्व की आठ सबसे ऊंची चोटियां हैं और हर साल सैकड़ों विदेशी पर्वतारोही यहां आते हैं।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार इस साल मई तक 57 देशों के 468 विदेशी पर्वतारोहियों को एवरेस्ट पर चढ़ाई की अनुमति दी गई है।
प्रत्येक पर्वतारोही के साथ एक नेपाली गाइड या सहायक भी होता है।
सरकार पर्वतारोहण परमिट से राजस्व प्राप्त करती है और पर्वतारोहियों को कचरा हटाने और चढ़ाई प्रमाण प्रस्तुत करने पर प्रमाणपत्र जारी किया जाता है।
प्रसिद्ध शेरपा गाइड कामी रीता ने इस वर्ष मंगलवार को 31वीं बार एवरेस्ट चोटी फतह कर नया कीर्तिमान स्थापित किया।
एपी राखी नरेश
नरेश
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