(गुंजन शर्मा)
स्कॉकहोम, 26 जून (भाषा) विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के सुरक्षा एवं गतिशीलता मामलों के प्रमुख न्हान ट्रान ने सोमवार को कहा कि सरकारों और विभिन्न हितधारकों को गतिशीलता के बारे में फिर से विचार करने की जरूरत है क्योंकि कार के लिए खतरनाक सड़कों से परे जाकर लोगों के लिए सुरक्षित, हरित और जीवंत स्थान बनाने की तत्काल आवश्यकता है।
ट्रान ने कहा कि दुनियाभर में सड़क हादसों में हर साल 13 लाख लोगों की जान चली जाती है जिसका अभिप्राय है कि प्रत्येक मिनट दो से अधिक लोग सड़क हादसों में मारे जाते हैं।
उन्होंने कहा कि सड़क हादसे पांच से 29 साल उम्र के बच्चों और युवाओं के लिए सबसे घातक साबित हो रहे हैं।
ट्रान ने स्वीडन की राजधानी में आयोजित ‘विजन जीरो कॉन्फ्रेंस ऑन रोड सेफ्टी’ में कहा, ‘‘हमें कार के लिए बनाई गईं गंदी और खतरनाक सड़कों के पुराने मॉडल से तत्काल दूर होना होगा ताकि लोगों के लिए सुरक्षित, हरित और जीवंत स्थान का निर्माण किया जा सके। गतिशीलता से जनस्वास्थ्य और विकास के कई पहलू जुड़े हैं। पैदल चलने और साइकिल चलाने को सुरक्षित बनाकर हम वायु प्रदूषण को कम कर सकते हैं तथा जलवायु परिवर्तन से लड़ सकते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘पैदल चलने वाले और साइकिल चलाने वालों जैसे सबसे अधिक असुरक्षित सड़क उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा को प्राथमिकता देकर हम गरीबी को कम कर सकते हैं और रोजगार, स्कूल तथा लैंगिक समानता संबंधी असमानताओं का मुकाबला कर सकते हैं।’’
गौरतलब है कि 100 देशों की राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा एजेंसियां दुनिया भर में सड़क हादसों और मौतों को रोकने के लिए वैश्विक सड़क सुरक्षा सम्मेलन में हिस्सा ले रही हैं।
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के मुताबिक, हर साल भारत में करीब पांच लाख सड़क हादसे होते हैं जिनमें दो लाख लोगों की जान चली जाती है।
भाषा धीरज नेत्रपाल
नेत्रपाल
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