नई दिल्ली: भारतीय एजेंसियों द्वारा 14000 करोड़ रुपये के पंजाब नेशनल बैंक धोखाधड़ी मामले में वांछित भगोड़ा हीरा व्यापारी नीरव मोदी लंदन में नजर आया है. एक मीडिया रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई. ब्रिटेन के द टेलीग्राफ द्वारा जारी एक वीडियो में नीरव मोदी लंदन की सड़कों पर चहलकदमी करते नजर आ रहा है. वह मूंछों और लंबे बालों के साथ अलग लुक में नजर आया.
लंबे बालों और मूंछों में लंदन की सड़क पर नजर आए नीरव मोदी पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा, ‘मंत्रालय जानता है कि नीरव मोदी ब्रिटेन में है. उसके प्रत्यर्पण को लेकर सरकार आवश्यक कदम उठा रही है. वहीं उन्होंने कहा कि उसके प्रत्यर्पण किए जाने को लेकर बातचीत चल रही है और यूके सरकार के पास विचाराधीन है.’
भारतीय खुफिया एजेंसियां पहले ही उसके इस नए भेष के बारे में जानकारी दे चुकी हैं. वीडियो में नीरव मोदी हर सवाल से बचता और ‘नो कमेंट’ कहता नजर आ रहा है. द टेलीग्राफ की रिपोर्ट में आगे कहा गया कि नीरव मोदी शहर के वेस्ट एंड इलाके में रह रहा है और यहां तक कि उसने हीरे का नया कारोबार भी शुरू कर लिया है.
नीरव के खिलाफ इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस जारी कर रखा है. नीरव मोदी के खिलाफ प्रत्यर्पण का अनुरोध ब्रिटेन के अधिकारियों के समक्ष पिछले सितंबर से लंबित है. प्रवर्तन निदेशालय ने मामले में चल रही जांच के सिलसिले में 26 फरवरी को नीरव मोदी और उसकी सहयोगी कंपनियों की 147 करोड़ रुपये की संपत्ति को जब्त किया था.
Exclusive: Telegraph journalists tracked down Nirav Modi, the billionaire diamond tycoon who is a suspect for the biggest banking fraud in India's historyhttps://t.co/PpsjGeFEsy pic.twitter.com/v3dN5NotzQ
— The Telegraph (@Telegraph) March 8, 2019
बंगले को डायनामाइट लगाकर उड़ाया
वहीं दूसरी तरफ शुक्रवार को भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी के समुद्र तट पर निर्मित बंगले को प्रशासन ने विस्फोटक लगा कर से ढहा दिया. आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि किहिम बीच के नजदीक 33,000 वर्गफुट के बंगले के बाहर व भीतर 100 से ज्यादा डायनामाइट छड़ों को लगाया गया और कड़ी सुरक्षा के बीच पहला विस्फोट सुबह 11.15 बजे किया गया.
कुछ दिनों पहले नियंत्रित विस्फोट के लिए बंगले में विभिन्न स्थानों पर विस्फोटक लगाए गए थे. पूरी संरचना के गिराए जाने के बाद मजदूर अब मलबे को हटाने का कार्य शुरू करेंगे. कलेक्टोरट ने 25 जनवरी को पारंपरिक तरीके से बुलडोजर व हाथ के अन्य उपकरणों से बंगले को गिराने की प्रक्रिया शुरू की थी, लेकिन यह एक धीमी प्रक्रिया साबित हुई.
प्र्वतन निदेशालय (ईडी) ने दिसंबर 2018 में इस बंगले को जब्त किया था. बंगले से सभी कीमती सामान, कलाकृतियां, पेंटिंग व दूसरी महंगी वस्तुओं को हटा लिया गया. नियंत्रित विस्फोट के लिए सभी कांच की संरचनाओं को हटा दिया गया.
भगोड़ा नीरव मोदी व उसका संबंधी मेहुल चोकसी व अन्य 14,000 करोड़ रुपये के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) धोखाधड़ी मामले में आरोपी हैं. हालांकि, अलीबाग बंगला सीधे तौर पर पीएनबी घोटाले से नहीं जुड़ा है, लेकिन ईडी ने महाराष्ट्र, गुजरात व अन्य स्थानों की नीरव मोदी की ज्ञात संपत्तियों के साथ इसे बकाए की वसूली के प्रयास के तहत जब्त किया है.
अलीबाग का बंगला 2009-2010 में बना था. 33,000 वर्ग फुट में बने इस बंगले में कई शयनकक्ष थे. इसकी सुरक्षा के लिए कटीले तार की बाड़ लगाई गई थी और इसमें विशाल गेट था. यहां नियमित तौर पर पार्टियां आयोजित होती रहती थीं.
इसे गिराए जाने की प्रक्रिया बंबई उच्च न्यायालय की एक जनहित याचिका पर दिए गए आदेश के बाद शुरू की गई. यह जनहित याचिका एनजीओ शंभूराजे युवा क्रांति (एसवाईके) द्वारा दाखिल की गई थी. एसवाईके ने अपनी याचिका में रायगढ़ के समुद्र तटों पर ज्वार-भाटा क्षेत्र का उल्लंघन करने वाले विभिन्न अवैध बंगलों, होटलों व रिसॉर्ट के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी.
(आईएएनएस इनपुट्स के साथ)