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गुरूवार, 8 मई, 2025
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एमआरआई की सफलता से हृदय रोग के निदान में क्रांति आ सकती है: अध्ययन

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लंदन, आठ मई (भाषा) वैज्ञानिकों ने हृदय की एक समस्या, महाधमनी स्टेनोसिस का निदान पहले से कहीं अधिक शीघ्रता और सटीकता से करने के लिए अत्याधुनिक एमआरआई तकनीक विकसित की है।

महाधमनी स्टेनोसिस एक ऐसी स्थिति है, जिसमें महाधमनी वाल्व संकुचित हो जाता है, जिससे हृदय से रक्त प्रवाह बाधित होता है।

महाधमनी स्टेनोसिस संभावित रूप से घातक स्थिति है, जो ब्रिटेन में अनुमानित 3,00,000 लोगों को प्रभावित करती है। इससे अमेरिका में 65 वर्ष की आयु के लगभग पांच प्रतिशत लोग प्रभावित होते हैं और बढ़ती उम्र के साथ इसका खतरा बढ़ता जा रहा है।

शेफील्ड विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं द्वारा ईस्ट एंग्लिया विश्वविद्यालय के साथ साझेदारी में किये गये एक नये शोध से पता चला है कि किस प्रकार चार-आयामी प्रवाह (4डी फ्लो) एमआरआई स्कैन मौजूदा अल्ट्रासाउंड तकनीकों की तुलना में अधिक विश्वसनीय रूप से महाधमनी स्टेनोसिस का निदान कर सकता है।

नये परीक्षण की बेहतर सटीकता का अर्थ है कि चिकित्सक बेहतर ढंग से यह अनुमान लगा सकते हैं कि मरीजों को सर्जरी की जरूरत कब होगी।

शोध ‘ओपन हार्ट जर्नल’ में प्रकाशित हुआ है। टीम ने पारंपरिक अल्ट्रासाउंड तकनीक (इकोकार्डियोग्राफी) और उन्नत ‘4डी फ्लो’ एमआरआई इमेजिंग दोनों का उपयोग करके महाधमनी स्टेनोसिस से पीड़ित 30 रोगियों की जांच की।

इकोकार्डियोग्राफी हृदय की अल्ट्रासोनोग्राफी है, जिसे ‘इको’ भी कहा जाता है।

परिणामों की तुलना करके, उन्होंने मूल्यांकन किया कि कौन सी विधि समय पर हृदय वाल्व की आवश्यकता वाले रोगियों की अधिक सटीक पहचान करती है।

टीम ने पाया कि ‘4डी फ्लो’ एमआरआई तकनीक पारंपरिक इकोकार्डियोग्राफी की तुलना में रोगियों के हृदय वाल्वों के माध्यम से रक्त प्रवाह का अधिक सटीक और विश्वसनीय माप प्रदान करती है।

शेफील्ड विश्वविद्यालय के ‘स्कूल ऑफ मेडिसिन एंड पॉपुलेशन हेल्थ’ के प्रोफेसर एंडी स्विफ्ट ने कहा, ‘‘4डी फ्लो स्कैनिंग से यह आकलन करने में महत्वपूर्ण मदद मिलती है कि महाधमनी स्टेनोसिस से मरीज किस प्रकार प्रभावित होते हैं।’’

स्विफ्ट ने कहा, ‘‘बढ़ी हुई सटीकता केवल एक तकनीकी उन्नति नहीं है, बल्कि इससे पहले से अधिक सटीक निदान संभव हो सकता है।’’

यूईए के नॉर्विच मेडिकल स्कूल के प्रमुख शोधकर्ता और नॉरफॉक तथा नॉर्विच यूनिवर्सिटी अस्पताल के सलाहकार हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. पंकज गर्ग ने कहा, ‘‘महाधमनी स्टेनोसिस एक आम, लेकिन खतरनाक हृदय रोग है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘4डी फ्लो एमआरआई एक उन्नत हृदय इमेजिंग विधि है, जो हमें समय के साथ तीन दिशाओं में रक्त प्रवाह को देखने में मदद करती है। हम यह देखना चाहते थे कि क्या यह अल्ट्रासाउंड पारंपरिक तकनीक की तुलना में अधिक सटीक और विश्वसनीय निदान प्रदान कर सकता है।’’

भाषा देवेंद्र सुरेश

सुरेश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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