लंदन: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के ब्रेक्जिट सौदे पर ऐतिहासिक मतदान के लिए शनिवार को संसद बैठी.ब्रेक्सिट के इस सौदे के तहत ब्रिटेन इस महीने यूरोपीय संघ से बाहर हो जाएगा या देश एक बार फिर नई अनिश्चितता में घिर जाएगा.
बीबीसी लंदन की रिपोर्ट के मुताबिक शनिवार को संसद में इस मुद्दे को लेकर बहस जारी है. पीएम जॉनसन ने सांसदों को समझाने की कोशिश करते हुए संसद में कहा कि इस बार ब्रेक्सिट सौदा होना चाहिए. अगर यह 31 अक्टूबर तक नहीं होता है तो यह बहुत ही नाशक होगा.
ब्रेक्जिट में और देरी बेमतलब, महंगा और जनविश्वास को डिगाने वाला होगा
ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने शनिवार को यूरोपीय संघ (ईयू) से ब्रिटेन की विदाई में और देरी के विरूद्ध चेताया और सांसदों से कहा कि एक और विस्तार के लिए अब बहुत ‘कम गुजाइंश’ है. उन्होंने संसद से कहा कि ‘और देरी का कोई मतलब नहीं है, यह भारी पड़ेगा तथा लोगों का विश्वास भी डिगने लगेगा’ सांसद इस विदाई समझौते पर चर्चा के लिए 37 साल में पहली बार वीकेंड को संसद की बैठक में पहुंचे हैं.
हाउस ऑफ कॉमन्स में 1982 के बाद से पहली बार शनिवार को बैठक हो रही है. संसद में पीएम जॉनसन द्वारा गुरुवार को यूरोपीय संघ के नेताओं के साथ ब्रेक्जिट के संबंध में हुए समझौते की शर्तों पर चर्चा शुरु हुई.
विपक्षी दलों और उत्तरी आयरलैंड के जॉनसन के अपने सहयोगियों ने इस सौदे को खारिज किया है लेकिन प्रधानमंत्री और उनकी टीम ने सांसदों का समर्थन हासिल करने के लिए पिछले 48 घंटों में अथक प्रयास किए हैं.
मतदान में किस पक्ष में मत डाल जाएंगे यह बिलकुल भी साफ नहीं है,लेकिन जॉनसन ने आगाह किया है कि उनका सौदा इस जटिल ब्रेक्जिट प्रक्रिया से बाहर निकलने का सबसे बेहतरीन तरीका है. इस पेचीदा प्रक्रिया के चलते ब्रिटेन 2016 से राजनीतिक संकट में घिरा हुआ है.
उन्होंने शुक्रवार शाम बीबीसी से कहा था, ‘मैं जिसकी वकालत कर रहा हूं, उससे बेहतर कोई परिणाम नहीं हो सकता’. जॉनसन ने इसे, ‘पूरे ब्रिटेन के लिए बेहतरीन सौदा’ बताया है.
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ में)