लाहौर, 25 दिसंबर (भाषा) पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में पवित्र कटास राज मंदिरों में धार्मिक अनुष्ठान करने के बाद 70 से अधिक भारतीय हिंदू तीर्थयात्री बुधवार को स्वदेश लौट आए।
इवैक्यूई ट्रस्ट प्रॉपर्टी बोर्ड (ईटीपीबी) के अतिरिक्त सचिव (तीर्थस्थान) सैफुल्लाह खोखर ने यहां वाघा सीमा पर तीर्थयात्रियों को विशेष उपहार और गुलदस्ते भेंट किए।
तीर्थयात्रियों ने सुबह लाहौर में गुरुद्वारा डेरा साहिब में नाश्ता किया और ऐतिहासिक अनारकली बाजार का दौरा किया। उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच विशेष बसों में वाघा सीमा तक ले जाया गया।
पाकिस्तान की अपनी सात दिवसीय यात्रा के दौरान, हिंदू तीर्थयात्रियों ने कटास राज मंदिरों में धार्मिक अनुष्ठान किए और लाहौर में तीन दिन बिताए। यहां उन्होंने रावी रोड पर कृष्ण मंदिर और अनारकली में वाल्मीकि मंदिर में दर्शन किये । वह लाहौर किले में भी गये ।
समूह के नेता विजय कुमार शर्मा ने वाघा में संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम अपने पूजा स्थलों के संरक्षण और जीर्णोद्धार को सुनिश्चित करने के लिए ईटीपीबी के अध्यक्ष सैयद अताउर रहमान के आभारी हैं। मैं वैश्विक हिंदू समुदाय को पाकिस्तान आने और इन पवित्र स्थलों को देखने के लिए प्रोत्साहित करता हूं।’’
कटास राज मंदिरों को किला कटास के नाम से भी जाना जाता है और इस परिसर में कई हिंदू मंदिर हैं जो पैदल मार्गों से जुड़े हुए हैं। मंदिर परिसर कटास नामक एक तालाब से घिरा हुआ है, जिसे बेहद पवित्र माना जाता है।
भाषा रंजन पवनेश
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