विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चेतावनी दी है कि यूक्रेन के ज्यादातर हिस्सों में अगले 24 घंटों में ऑक्सीजन का भंडार खत्म हो सकता है.
डब्ल्यूएचओ ने रविवार को एक बयान में कहा, ‘यूक्रेन में ऑक्सीजन की सप्लाई की स्थिति बहुत खतरनाक होने के करीब है. ट्रक प्लांट्स से राजधानी कीव सहित देश भर के अस्पतालों तक ऑक्सीजन की सप्लाई करने में असमर्थ हैं.
पूर्वी यूरोपीय राष्ट्र के कई हिस्सों में चिकित्सा ऑक्सीजन जनरेटर के निर्माता जिओलाइट की कमी का सामना कर रहे हैं. यह ऑक्सीजन यानी जिंदगी बचाने वाली गैस को बनाने के लिए बहुत जरूरी घटक है. अब यूक्रेन के कई हिस्सों में जिओलाइट की पहुंच मुश्किल हो रही है. जिसे ज्यादातर बाहर से ही आयात किया जाता हैय
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा, ‘ज्यादातर अस्पतालों में अगले 24 घंटों के भीतर ऑक्सीजन के भंडार खत्म हो सकते हैं. कुछ जगहों पर पहले ही खत्म हो चुके हैं. इससे हजारों लोगों की जानें जोखिम में पड़ गई हैं.’
बिजली और बिजली की किल्लत से गंभीर अस्पताल सेवाएं भी प्रभावित हुई हैं, वहीं मरीजों को ले जाने वाली एंबुलेंस पर गोलीबारी की चपेट में आने का खतरा है.
WHO यूक्रेन को ऑक्सीजन की आपूर्ति में मदद कर रहा है
हाल के सालों में विश्व स्वास्थ्य संगठन के कार्यक्रमों में तहत अपनी स्वास्थ्य प्रणालियों में काफी सुधार किया है. इसमें कोविड -19 के गंभीर रूप से बीमार रोगियों के इलाज के लिए ऑक्सीजन थेरेपी को बढ़ाना शामिल था. अब तक हुई इस प्रगति पर अब पटरी से उतरने का खतरा मंडरा रहा है.
डब्ल्यूएचओ यूक्रेन के स्वास्थ्य अधिकारियों को देश की मौजूदा ऑक्सीजन आपूर्ति जरूरतों को पूरा करने में मदद कर रहा है. हालांकि ऑक्सीजन सप्लाई के लिए सुरक्षित रास्तों की जरूरत होगी.
पिछले हफ्ते रूस के सैन्य आक्रमण के बाद, यूक्रेन के आंतरिक मंत्रालय ने हाल ही में कहा था कि अब तक 352 नागरिक मारे गए हैं, जिनमें 14 बच्चे भी शामिल हैं. मंत्रालय ने यह भी कहा कि संघर्ष में रविवार तक 116 बच्चों सहित अतिरिक्त 1,684 लोग घायल हो गए हैं.
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