त्रिपोली : लीबिया में खलीफा हफ्तार की वफादार सेना के राजधानी त्रिपोली पर हमला शुरू करने के बाद अप्रैल से लेकर अब तक 1 लाख 40 हजार से अधिक लोग अपने घरों को छोड़कर भाग चुके हैं.
मध्य त्रिपोली में संपत्ति विवाद के चलते 2008 से खाली पड़ी एक निर्माणाधीन इमारत अब 170 से अधिक परिवारों का घर बन चुकी है जो वहां शरण लिए हुए हैं.
सात बच्चों की मां लायला मोहम्मद ने कहा, ‘हम जानवरों की तरह रह रहे हैं. न पानी है, न बिजली और न ही सीवर की सुविधा है.’
उसका सबसे छोटे बेटा बीमार है और उसे श्वसन संबंधी बीमारी है. उसने कहा, ‘धूल उसकी जान ले लेगी.’
उसके पड़ोस में रहने वाली समीरा अपने चार बच्चों के साथ एक छोटे-से कमरे में रहती है. वह आठ वर्ग मीटर के कमरे में अपने आप को ज्यादा सुरक्षित महसूस करती हैं. उसने बताया कि जब त्रिपोली में उसके घर के समीप रॉकेट गिरा तो बहुत ज्यादा भय व्याप्त हो गया और वह अपना घर छोड़कर भाग गई.
कुछ ऐसा ही हाल अन्य लोगों का भी है जो अपने घरों को छोड़कर ऐसे ही स्थानों पर पनाह लिए हुए हैं.