वाशिंगटन: काबुल एयरपोर्ट के बाहर हुए आत्मघाती हमलों के बाद अमेरिका ने जवाबी कार्रवाई की है और आईएस के ठिकानों पर हवाई हमला किया है. यही नहीं अमेरिका ने अपने नागरिकों काबुल एयरपोर्ट से तुरंत दूर हटने को कहा है.
अमेरिकी दूतावास ने अपने नागरिकों को काबुल दूतावास की तरफ जाने से बचने की सलाह दी है. दूतावास ने कहा है कि जो भी नागरिक एयरपोर्ट के एबे गेट, पूर्वी गेट और पश्चिमी गेट पर हैं, वे तुरंत वहां से लौट जाएं. दूतावास ने अपनी वेबसाइट पर ये जानकारी दी है.
दूतावास की तरफ से हाल में ये दूसरी एडवाइजरी जारी की गई है. इससे पहले ऑस्ट्रेलिया और ब्रिटेन ने भी अपने नागरिकों को काबुल एयरपोर्ट से दूर रहने की सलाह दी थी.
US tells citizens to leave Kabul airport gates 'immediately', reports AFP news agency
— ANI (@ANI) August 28, 2021
गुरुवार को हुए धमाके में 13 अमेरिकी सैनिकों की मौत हो गई थी और 18 घायल हुए थे.
आतंकियों के ठिकानों पर ड्रोन से हमला
वहीं दूसरी तरफ अमेरिका ने अफगानिस्तान के नांगरहार प्रांत में आतंकियों के ठिकानों पर ड्रोन से हमला किया है. समाचार एजेंसी के मुताबिक इस हमले में एक साजिशकर्ता ढेर हो गया.
बता दें कि 26 अगस्त को काबुल एयरपोर्ट के बाहर आतंकी संगठन आईएस के ने दो फिदायीन हमले किए थे. इसमें 103 लोगों की मौत हो गई थी, मरने वाले में 13 अमेरिकी सैनिक भी शामिल थे. घटना के बाद राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा था समय आने पर आतंकियों को अमेरिका करारा जवाब देगा.
US carried out drone strike against Islamic State 'planner' in Afghanistan, reports AFP news agency quoting Pentagon
— ANI (@ANI) August 28, 2021
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के राष्ट्रीय सुरक्षा दल ने राष्ट्रपति को सूचित किया है कि काबुल में एक और आतंकी हमला होने की आशंका है और अफगानिस्तान की राजधानी में हवाईअड्डे पर सुरक्षा के उपाय किए जा रहे हैं.
व्हाइट हाउस की प्रवक्ता जेन साकी ने बाइडन की टीम द्वारा राष्ट्रपति को दी गई जानकारी के बारे में विस्तृत विवरण साझा नहीं किया.
साकी ने कहा कि अफगानिस्तान से अमेरिकियों और वहां से निकलने के इच्छुक अफगानों के निकासी अभियान के अगले कुछ दिन अब तक के सबसे जोखिम भरे दिन होंगे.
अमेरिका सबसे खराब स्थिति में है: डोनाल्ड ट्रंप
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को वर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडन की अफगान नीति की आलोचना करते हुए कहा कि अमेरिका को जितनी बुरी स्थिति में डाला जा सकता था, वह उतनी खराब स्थिति में है. दो दशक तक चले युद्ध के बाद तालिबान ने अफगानिस्तान में 15 अगस्त को सत्ता अपने हाथों में ले ली थी.
ट्रंप ने फॉक्स न्यूज को दिए साक्षात्कार में कहा, ‘हम जितनी बुरी स्थिति में हो सकते थे, उतनी ही खराब हालत में हैं. यह ऐसी स्थिति है कि जिसकी किसी ने दो सप्ताह पहले भी कल्पना नहीं की थी. किसी ने नहीं सोचा था कि ऐसा भी कुछ हो सकता है और हम ऐसी स्थिति में होंगे जहां तालिबान और बाकी लोग हमें निर्देश दे रहे होंगे और हमसे कहेंगे कि 31 अगस्त को निकल जाओ.’
उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि बाइडन वहां टिकने के पक्ष में थे लेकिन उन्होंने कहा कि हम तुम्हें आकर जाने नहीं देंगे, इसके परिणाम भुगतने होंगे. आपने सही सुना. यह तालिबान के नेता ने कहा था. हम चाहते हैं कि आप 31 तक निकल जाएं, अन्यथा परिणाम भुगतने होंगे. यह क्या माजरा है?’ ट्रंप ने कहा कि सैन्य रणनीति के दृष्टिकोण से अमेरिका के साथ यह सबसे शर्मनाक चीज हुई है.
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