रीगा, 31 मई (भाषा) लातविया पहुंचे भारत के एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने विदेश मंत्री एंडजेज विलम्सन से मुलाकात की।
विलम्सन ने आतंकवाद के सभी प्रकारों के प्रति लातविया के स्पष्ट विरोध को दोहराया और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति व स्थिरता के लिए भारत की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया।
सांसद कनिमोई करुणानिधि के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत के कूटनीतिक संपर्क के हिस्से के रूप में लातविया की राजधानी का दौरा कर रहा है।
पहलगाम आतंकवादी हमले में 26 लोगों की मौत हो गयी थी।
रीगा में भारतीय दूतावास ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “सीमा पार आतंकवाद के प्रति किसी प्रकार की कोई नरमी नहीं बरतने पर भारत के एकजुट रुख को पेश करते हुए सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने विदेश मंत्री एंडजेज विलम्सन और राजदूत एंड्रेज पिल्डेगोविक्स से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल ने पहलगाम आतंकवादी हमले, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू करने के कारणों और राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा होने पर जवाब देने के अधिकार यानी भारत के नए रुख पर तथ्य साझा किए।”
पोस्ट के मुताबिक, “विदेश मंत्री ने अप्रैल में पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर लातविया की कड़ी निंदा को दोहराया और आतंकवाद के सभी रूपों के प्रति अपना स्पष्ट विरोध जताया। लातविया ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति और स्थिरता के लिए भारत की महत्वपूर्ण भूमिका का उल्लेख किया।”
वहीं लातविया के विदेश मंत्रालय ने ‘एक्स’ पर पोस्ट में कहा, “विदेश मंत्री ने राजनीतिक संवाद और आर्थिक सहयोग के क्षेत्रों सहित हिंद-प्रशांत क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण भागीदार के रूप में भारत के साथ द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देने में लातविया की रुचि व्यक्त की।”
इससे पहले, प्रतिनिधिमंडल ने रीगा में लातविया के राष्ट्रीय पुस्तकालय का दौरा किया और महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की।
भारतीय दूतावास ने ‘एक्स’ पर एक अन्य पोस्ट में कहा, “संदेश स्पष्ट है। भारत शांति का पक्षधर देश है और वैश्विक शांति के लिए काम करना जारी रखेगा। हालांकि, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ उस समय फिर शुरू होगा जब भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा को अस्थिर करने की मंशा रखने वाली ताकतों से खतरा होगा।”
भाषा जितेंद्र माधव
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