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सोमवार, 16 जून, 2025
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कुवैत: प्रतिनिधिमंडल ने उपप्रधानमंत्री से मुलाकात कर आतंकवाद के खिलाफ दृढ़ संकल्प को रेखांकित किया

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कुवैत सिटी, 26 मई (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद बैजयंत जय पांडा के नेतृत्व में एक सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को कुवैत के उपप्रधानमंत्री और कैबिनेट मामलों के राज्य मंत्री शेरिदा ए एस अल-मौशरजी से मुलाकात की।

प्रतिनिधिमंडल ने मौशारजी को सीमा पार (पाकिस्तान से) आतंकवाद से निपटने के लिए भारत की हालिया कार्रवाइयों से अवगत कराया।

यह प्रतिनिधिमंडल उन सात बहुदलीय प्रतिनिधिमंडलों में से एक है, जिन्हें भारत ने पाकिस्तान की साजिशों और आतंकवाद के प्रति अपनी राय से अवगत कराने के लिए विश्व की 33 राजधानियों का दौरा करने का काम सौंपा है।

पांडा ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “भारत और कुवैत आतंकवाद के खिलाफ अपनी साझा प्रतिबद्धता में एकजुट हैं। हमारे सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के सहयोगियों के साथ हमने उपप्रधानमंत्री और कैबिनेट मामलों के राज्य मंत्री शेरिदा अब्दुल्ला साद अल मौशरजी से मुलाकात की, ताकि उन्हें सीमा पार आतंकवाद से निपटने के लिए भारत की हालिया कार्रवाइयों के बारे में जानकारी दी जा सके।”

आतंकवाद के खिलाफ किसी भी प्रकार की नरमी नहीं बरतने के भारत के रुख को उजागर करने के लिए सोमवार को बहरीन से सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल यहां पहुंचा।

यहां भारतीय दूतावास ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “आतंकवाद के खिलाफ एकजुट। बैजयंत जय पांडा के नेतृत्व में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने कुवैत के उपप्रधानमंत्री व कैबिनेट मामलों के राज्य मंत्री शेरिदा ए एस अल-मौशरजी से मुलाकात की और उन्हें सीमा पार आतंकवाद से निपटने के लिए भारत की हालिया कार्रवाइयों से अवगत कराया। दोनों पक्षों ने आतंकवाद के प्रति अपने शून्य-सहिष्णुता के दृष्टिकोण की पुष्टि की।”

प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने दूतावास में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि भी अर्पित की।

मिशन ने एक अन्य पोस्ट में कहा, “गांधीजी के शांति, अहिंसा और सहिष्णुता के स्थायी संदेश को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए! जय पांडा के नेतृत्व में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने दूतावास में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की।”

प्रतिनिधिमंडल के सदस्य कुवैत की ‘ग्रैंड मॉस्क’ भी गये, जो खाड़ी देश में चार दशक पहले बनी सबसे बड़ी मस्जिद है।

पांडा ने ‘एक्स’ पर एक अन्य पोस्ट में कहा, “कुवैत की प्रतिष्ठित ‘ग्रैंड मॉस्क’ का दौरा किया, जो देश की समृद्ध सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत का प्रतीक है।”

उन्होंने कहा, “हमारे सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के सहयोगियों के साथ, मस्जिद के इतिहास के बारे में जानकर खुशी हुई। मस्जिद के खूबसूरत भारतीय सागौन के दरवाजे सदियों के सांस्कृतिक संबंधों को दर्शाते हैं।”

दूतावास ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “बहादुरी और बलिदान की भारतीय भावना को सलाम! जय पांडा के नेतृत्व में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्र की सेवा में प्राणों की आहुति देने वाले बहादुर आत्माओं को श्रद्धांजलि देते हुए दूतावास में ‘शिलाफलकम’ पर पुष्पांजलि अर्पित की।”

सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करने के देश के रुख को रेखांकित करने के लिए सोमवार को कुवैत पहुंचा।

यह प्रतिनिधिमंडल बहरीन से यहां पहुंचा है।

भारतीय राजदूत आदर्श स्वैका ने हवाई अड्डे पर प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया।

इस प्रतिनिधिमंडल में ‘ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन’ (एआईएमआईएम) के नेता असदुद्दीन ओवैसी, पूर्व केंद्रीय मंत्री गुलाम नबी आजाद, राष्ट्रीय महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष एवं राज्यसभा सदस्य रेखा शर्मा और अमेरिका, बांग्लादेश एवं थाईलैंड में भारत के पूर्व राजदूत और पूर्व विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला भी शामिल हैं।

कुवैत में अपने प्रवास के दौरान प्रतिनिधिमंडल कुवैत सरकार के वरिष्ठ गणमान्य व्यक्तियों, नागरिक समाज के प्रमुख सदस्यों, प्रभावशाली व्यक्तियों, थिंक टैंक, मीडिया और भारतीय प्रवासी समुदाय के विभिन्न वर्गों के साथ बातचीत करेगा।

इससे पहले प्रतिनिधिमंडल बहरीन गया था और उसने बहरीन के उप प्रधानमंत्री शेख खालिद बिन अब्दुल्ला अल खलीफा को भारत के सामने सीमा पार से जारी आतंकवाद की चुनौती तथा इससे निपटने के लिए नयी दिल्ली के दृढ़ संकल्प के बारे में जानकारी दी थी।

बहरीन में प्रतिनिधिमंडल ने बहरीन की संसद के उच्च सदन शूरा बहरीन के अध्यक्ष अली बिन सालेह अल सालेह से भी मुलाकात की थी तथा आतंकवाद के खिलाफ लड़ने और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के भारत के संकल्प को रेखांकित किया था।

भारत के कूटनीतिक प्रयासों के तहत सात प्रतिनिधिमंडल दुनियाभर के देशों की 33 राजधानियों की यात्रा कर रहे हैं, ताकि विशेष रूप से 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के मद्देनजर आतंकवाद को लेकर भारत की प्रतिक्रिया और पाकिस्तान की मंशा के बारे में अंतरराष्ट्रीय समुदाय में अपनी बात रखी जा सके।

पहलगाम हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है।

पहलगाम हमले में 26 लोगों की मौत के बाद भारत ने छह मई की देर रात पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में आतंकवादी ढांचों पर सटीक हमले किए थे, जिसके बाद पाकिस्तान ने आठ, नौ और 10 मई को भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमले करने का प्रयास किया था।

भारतीय पक्ष ने पाकिस्तानी कार्रवाइयों का कड़ा जवाब दिया। दोनों पक्षों के सैन्य अभियानों के महानिदेशकों के बीच 10 मई को बातचीत के बाद सैन्य संघर्ष को रोकने पर सहमति बनी थी।

भाषा जितेंद्र माधव

माधव

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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