न्यूयॉर्क, 22 अप्रैल (भाषा) अमेरिकी एजेंसी एफबीआई के निदेशक काश पटेल ने आश्वासन दिया है कि गैंगस्टर से आतंकवादी बने हरप्रीत सिंह की अमेरिका में गिरफ्तारी के बाद ‘‘न्याय किया जाएगा’’।
पंजाब में कई आतंकी हमलों के सिलसिले में वांछित सिंह उर्फ हैप्पी पासिया उर्फ जोरा को 18 अप्रैल को अमेरिका में संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) और अमेरिकी आव्रजन और सीमा शुल्क प्रवर्तन के सैक्रामेंटो स्थित प्रवर्तन और निष्कासन अभियान द्वारा गिरफ्तार किया गया था।
उस पर पाकिस्तान की एजेंसी आईएसआई और खालिस्तानी समूह बीकेआई के साथ सहयोग करने का आरोप है।
भारतीय अमेरिकी पटेल ने सोमवार को ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में लिखा, ‘‘हरप्रीत सिंह को गिरफ्तार किया गया है। वह अमेरिका में अवैध रूप से गतिविधियां चला रहे एक कथित विदेशी आतंकवादी गिरोह का हिस्सा है, जो हमें लगता है कि भारत और अमेरिका दोनों में पुलिस थानों पर कई हमलों की साजिश रचने में शामिल था।’’
उन्होंने कहा, ‘‘एफबीआई सैक्रामेंटो ने स्थानीय और साथ ही भारत में हमारे भागीदारों के साथ समन्वय करके जांच की।’’
अमेरिका की प्रमुख कानून प्रवर्तन एजेंसी का नेतृत्व करने वाले पहले भारतीय-अमेरिकी ने पोस्ट में कहा, ‘‘सभी ने बेहतरीन काम किया है और न्याय किया जाएगा। एफबीआई हिंसा करने वालों की खोज जारी रखेगी – चाहे वे कहीं भी हों।’’
सिंह पर पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) और खालिस्तानी आतंकवादी समूह बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) के साथ सहयोग करने का संदेह है।
एफबीआई सैक्रामेंटो ने 18 अप्रैल को कहा था, ‘‘वह ऐसे बर्नर फोन और एन्क्रिप्टेड एप्लिकेशन का उपयोग करके पकड़ से बच रहा था जिनका पता नहीं लगाया जा सका। यह मामला वैश्विक सुरक्षा को खतरा पहुंचाने वालों को पकड़ने में अंतरराष्ट्रीय सहयोग के महत्व की पुष्टि करता है।’’
जनवरी में, भारतीय एजेंसी राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने गैंगस्टर हरप्रीत पर 5 लाख रुपये का नकद इनाम घोषित किया था। वह चंडीगढ़ में एक घर पर हथगोले से हमले के मामले में वांछित है।
वह पंजाब के अमृतसर में अजनाला तहसील का मूल निवासी है। सिंह चंडीगढ़ के सेक्टर 10/डी स्थित एक घर पर किए गए हैंड ग्रेनेड हमले के सिलसिले में 1 अक्टूबर 2024 को दर्ज मामले में फरार है।
भाषा वैभव मनीषा
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