(अदिति खन्ना)
लंदन, 24 जनवरी (भाषा) विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे को अमेरिका प्रत्यर्पित किए जाने के आदेश के खिलाफ ब्रिटेन के उच्चतम न्यायालय में अपील करने की सोमवार को अनुमति मिल गई।
मामले में लंदन में उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों ने ऑस्ट्रेलियाई नागरिक को प्रत्यर्पण के खिलाफ उच्चतम न्यायालय में अपील करने की अनुमति प्रदान कर दी।
इराक और अफगानिस्तान में युद्ध से संबंधित हजारों गोपनीय दस्तावेजों के लीक होने के मामले में 50 वर्षीय असांजे अमेरिका में वांछित हैं। उनके वकीलों ने तर्क दिया कि आत्महत्या के वास्तविक जोखिम के कारण उनके मुवक्किल को अमेरिका प्रत्यर्पित नहीं किया जाना चाहिए।
पिछले महीने, अमेरिकी अधिकारियों ने अदालत के उस फैसले के खिलाफ अपील जीत ली थी कि असांजे की मानसिक स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं के कारण उन्हें प्रत्यर्पित नहीं किया जा सकता।
अमेरिकी अधिकारियों ने बाद में आश्वासन दिया था कि विकीलीक्स के संस्थापक को उन गंभीर प्रतिबंधात्मक शर्तों का सामना नहीं करना पड़ेगा जिनका उनके वकीलों ने हवाला दिया है।
उच्च न्यायालय ने दिसंबर में निचली अदालत के फैसले को पलट दिया था और कहा था कि अमेरिका का यह आश्वासन पर्याप्त है कि असांजे के साथ मानवीय व्यवहार किया जाएगा।
अब, असांजे को उच्च न्यायालय से ‘सामान्य सार्वजनिक महत्व’ के कानून के एक बिंदु के आधार पर उच्चतम न्यायालय में अपने प्रत्यर्पण के फैसले के खिलाफ अपील करने का अधिकार मिल गया है, जिसका प्रत्यर्पण मामलों में नई मिसाल कायम करने संबंधी दूरगामी प्रभाव हो सकता है।
यदि असांजे को प्रत्यर्पण के फैसले के खिलाफ अपील करने का अधिकार नहीं मिलता तो यह मामला अंतिम निर्णय के लिए सीधे ब्रिटेन की गृह मंत्री प्रीति पटेल के पास जाता।
रॉयल कोर्ट ऑफ जस्टिस के बाहर अदालत के फैसले के बाद असांजे की मंगेतर स्टेला मॉरिस ने कहा कि उच्चतम न्यायालय के पास इस अपील को सुनने के लिए अच्छे आधार हैं।
मॉरिस ने कहा, ‘जूलियन लगातार पीड़ित रहे हैं-लगभग तीन साल से वह बेलमर्श जेल में हैं, और दिन-ब-दिन, सप्ताह-दर-सप्ताह, साल-दर-साल उनकी पीड़ा बढ़ती रही है।’
उन्होंने कहा, ‘जूलियन को मुक्त किया जाना चाहिए और हम आशा करते हैं कि यह जल्द ही होगा…हमारी लड़ाई जारी है। हम इससे तब तक लड़ेंगे जब तक जूलियन आजाद नहीं हो जाते।’
असांजे के वकीलों के पास अब उच्चतम न्यायालय में आवेदन करने के लिए 14 दिन का समय है।
विकीलीक्स के संस्थापक 2019 से दक्षिण-पूर्वी लंदन स्थित बेलमर्श जेल में हैं जब उन्हें जमानत की शर्तों का उल्लंघन करने के आरोप में गिरफ्तार किए जाने से पहले पुलिस द्वारा इक्वाडोर के दूतावास से बाहर निकाला गया था। वह स्वीडन में यौन अपराध के आरोपों का सामना करने के लिए प्रत्यर्पण से बचने के वास्ते 2012 से दूतावास में रह रहे थे। यौन उत्पीड़न के आरोपों का उन्होंने खंडन किया था और अंततः ये आरोप वापस ले लिए गए।
भाषा नेत्रपाल उमा
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