वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने काबुल में हुए हमलों के लिए इस्लामी चरमपंथियों को जिम्मेदार ठहराया और हमले में मारे गए लागों की जान का बदला लेने का संकल्प लेते हुए चेतावनी दी कि ‘हम माफ नहीं करेंगे, हम भूलेंगे नहीं, हम तुम्हें पकड़ेंगे और इसकी सजा देंगे.’
बाइडन ने बृहस्पतिवार को व्हाइट हाउस में पत्रकारों से कहा, ‘इस हमले को अंजाम देने वाले और अमेरिका को नुकसान पहुंचाने की मंशा रखने वाले ध्यान रखें कि हम तुम्हें बख्शेंगे नहीं. हम यह भूलेंगे नहीं. हम तुम्हें पकड़कर इसकी सजा देंगे. मैं अपने देश के हितों और लोगों की रक्षा करूंगा…..’
We'll rescue the American citizens from Afghanistan. We'll get our Afghan allies out and our mission will go on: US President Joe Biden from White House pic.twitter.com/6f6ZfgxEqP
— ANI (@ANI) August 26, 2021
काबुल हवाईअड्डे के पास दो आत्मघाती हमलावरों और बंदूकधारियों द्वारा भीड़ पर किए गए हमले में कम से कम 73 लोगों की मौत हो गई जबकि कई अन्य के घायल होने की खबर है. मृतकों में अमेरिका 13 सैनिक और अफगानिस्तान के 60 लोग शामिल हैं.
राष्ट्रपति ने कहा कि काबुल में हामिद करज़ई अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे और उसके पास एक होटल पर हुए भयावह हमले के पीछे आईएसआईएस-के का हाथ है.
बाइडन ने कहा, ‘जैसा कि आप सभी जानते हैं, जिन आतंकवादी हमलों के बारे में हम बात कर रहे थे और जिनके बारे में खुफिया तंत्र चिंतित था, उसे आईएसआईएस-के नामक संगठन ने अंजाम दिया. उन्होंने हवाईअड्डे पर तैनात अमेरिकी सेवा के सदस्यों की जान ली और कई को गंभीर रूप से घायल भी कर दिया. उन्होंने कई असैन्य लोगों की भी जान ली और कई को घायल भी किया.’
बाइडन ने कहा कि उन्होंने अपने कमांडरों को आईएसआईएस-के के ठिकानों, नेतृत्व और सुविधाओं पर हमला करने की योजना तैयार करने के आदेश दे दिए हैं. उन्होंने कहा कि काबुल में निकासी अभियान को 31 अगस्त तक पूरा करने के लिए वह अब भी प्रतिबद्ध हैं.
बाइडन ने कहा, ‘हम अभियान पूरा कर सकते हैं और जरूर करेंगे. मैंने उन्हें यही आदेश भी दिया है. हम आतंकवादियों के आगे घुटने नहीं टेकेंगे. हम उन्हें हमारा अभियान रोकने नहीं देंगे. हम निकासी अभियान जारी रखेंगे.’
राष्ट्रपति ने कहा कि यह तालिबान के हित में है कि वह आईएसआईएस-के को अफगानिस्तान में और पैर ना पसारने दे.
बाइडन ने कहा, ‘यह तालिबान के हित में है कि वह आईएसआईएस-के को अफगानिस्तान में और पैर ना पसारने दे.’ उन्होंने साथ ही कहा कि हवाईअड्डे पर हमले को अंजाम देने में तालिबान और आईएसआईएस की मिलीभगत का अब तक कोई सबूत नहीं मिला है.
इससे पहले बाइडन ने कहा कि हम अमेरिकी नागरिकों को अफगानिस्तान से निकालेंगे. हम अपने अफगानी सहयोगियों को बाहर निकालेंगे और हमारा मिशन जारी रहेगा.
(भाषा और एएनआई के इनपुट्स के साथ)