वाशिंगटन/मास्को: यूक्रेन पर रूस के हमले से आम नागरिकों पर हुए विनाशकारी असर के बीच अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने अपने रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन को ‘एक युद्ध अपराधी’ बताया. उनके इस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए रूस ने इसे किसी राष्ट्राध्यक्ष का ‘अक्षम्य बयानबाजी’ करार दिया.
बाइडन की यह टिप्पणी किसी भी अमेरिकी अधिकारी द्वारा पुतिन की कार्रवाई की सबसे कठोर निंदा है.
बाइडन ने व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से कहा, ‘मुझे लगता है कि वह (पुतिन) एक युद्ध अपराधी हैं.’
इसके बाद व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने कहा, ‘मुझे लगता है कि राष्ट्रपति की टिप्पणियां ही पर्याप्त हैं. वह दिल से बात कर रहे थे और हमने टेलीविजन पर एक अन्य देश में हमले के जरिए एक नृशंस तानाशाह की जिन बर्बर कार्रवाइयों को देखा, वह उसके आधार पर बोल रहे थे.’
इससे पहले बाइडन ने यूक्रेन के लिए 80 करोड़ डॉलर की अतिरिक्त सहायता राशि की घोषणा की और इसी के साथ अमेरिका ने एक सप्ताह से कम समय में यूक्रेन को एक अरब डॉलर मदद की घोषणा की है.
मास्को स्थित रूसी सरकार के मुख्यालय क्रेमलिन ने बाइडन की ‘युद्ध अपराधी’ संबंधी टिप्पणी को ‘माफी के लायक नहीं है’ बताया. रूस की सरकारी समाचार एजेंसी तास के अनुसार क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा, ‘हम ऐसे किसी राष्ट्राध्यक्ष की इस तरह की बयानबाजी को अस्वीकार्य और अक्षम्य मानते हैं, जिनके बमों ने दुनिया भर में हजारों लोगों की जान ली है.’
बाइडन ने रूसी हमले के कारण यूक्रेन में हुयी तबाही का जिक्र करते हुए कहा, ‘ये ज्यादतियां हैं. यह दुनिया के लिए आक्रोश की बात है और दुनिया यूक्रेन के प्रति समर्थन और इस प्रतिबद्धता को लेकर हमारा समर्थन करने के लिए एकजुट है कि पुतिन को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़े.’
उन्होंने कहा कि अमेरिका अपने सहयोगियों एवं साझेदारों के साथ मिलकर इस प्रयास का नेतृत्व कर रहा है और बड़े स्तर पर सुरक्षा एवं मानवीय सहयोग मुहैया करा रहा है. उन्होंने कहा कि अमेरिका, उसके सहयोगी एवं साझेदार प्रतिबंध लगाकर पुतिन की अर्थव्यवस्था को पंगु बना रहे हैं और इन प्रतिबंधों को और कड़ा किया जाएगा.
बाइडन ने कहा कि यूक्रेन को मुहैया कराए गए नए सुरक्षा पैकेज में 800 विमान रोधी प्रणालियां शामिल हैं.
भाषा
अविनाश माधव
माधव
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.
यह भी पढ़े: ‘मैच फिक्सिंग के खिलाफ लड़ाई’: बाबर आजम की सेंचुरी क्यों नहीं देख सके पाकिस्तान के PM इमरान खान