नई दिल्ली: रूस-यूक्रेन जंग के एक साल पूरा होने से ठीक चार दिन पहले, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने सोमवार को अचानक कीव का दौरा किया. बाइडन ने कहा, ‘स्वतंत्रता अमूल्य है, इसके लिए लड़ना उचित है. चाहे जितना समय लग जाये, हम यूक्रेन के साथ हैं.’
यूक्रेन पहुंचकर बाइडन ने राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की से मुलाकात की. बाइडन ने कहा कि युद्ध के एक साल बाद यूक्रेन वैसे ही खड़ा है, कीव खड़ा है और लोकतंत्र खड़ा है. अमेरिका और दुनिया आपके साथ खड़ी है. कीव के लिए मेरे दिल में एक अलग जगह है.
आधिकारिक यात्राओं के लिए कीव कोई नई जगह नहीं है लेकिन इस बार यह यात्रा अलग है. अमेरिकी राष्ट्रपति जिस तरह संघर्ष के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति से मिल रहे हैं, यह बहुत महत्वपूर्ण और प्रतीकात्मक है.
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि ‘हम यूक्रेन को 500 मिलियन डॉलर की सहायता देंगे. इसमें तोप और गोला-बारूद शामिल होंगे. बाद में, हम उन कंपनियों के खिलाफ प्रतिबंध लगाने की भी घोषणा करेंगे जो रूस का समर्थन कर रहे हैं.’
उन्होंने आगे कहा कि पुतिन द्वारा युद्ध जीतने का मकसद विफल हो रहा है. रूस के युवा भाग रहे हैं क्योंकि उन्हें देश में कोई भविष्य नहीं दिख रहा. रूसी अर्थव्यवस्था बिखर चुकी है और रूस संघर्ष कर रहा है.
इस बीच, यूक्रेन के राष्ट्रपति कार्यालय के प्रमुख ने कहा कि बाइडन की कीव यात्रा बहुत ही ऐतिहासिक है. यूक्रेन को अपनी जरूरत के सभी हथियार मिलेंगे.
बाइडन ने कहा, ‘पिछले एक साल में, संयुक्त राज्य अमेरिका ने सैन्य, आर्थिक और मानवीय समर्थन के साथ यूक्रेन की मदद करने के लिए अटलांटिक से लेकर प्रशांत महासागर तक देशों का एक गठबंधन बनाया है.’
उन्होंने आगे कहा कि ‘करीब एक साल पहले जब पुतिन ने अपना आक्रमण शुरू किया, तो उन्हें लगा कि यूक्रेन कमजोर है और पश्चिम बंटा हुआ है. उन्होंने सोचा कि वह हमसे आगे निकल सकता है. लेकिन वह गलत था.’
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