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Sunday, 3 November, 2024
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जापान की स्पेस एजेंसी को झटका, टेस्ट के दौरान फट गया एप्सिलॉन रॉकेट इंजन

क्योडो समाचार एजेंसी के अनुसार, यह घटना दूसरे चरण के इंजन के लिए ग्राउंड टेस्ट शुरू होने के लगभग एक मिनट बाद हुई.

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टोक्यो (जापान) : जापान की स्पेस एजेंसी को ताजा झटका लगा है, शुक्रवार को एप्सिलॉन रॉकेट इंजन टेस्ट के दौरान फट गया, अधिकारियों ने यह जानकारी दी है.

क्योडो समाचार एजेंसी के अनुसार, इस धमाके में कोई भी घायल नहीं हुआ. यह घटना दूसरे चरण के इंजन के लिए ग्राउंड टेस्ट शुरू होने के लगभग एक मिनट बाद हुई.

बढ़ते उपग्रह प्रक्षेपण बाजार में देश की प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ाने के लिए अकिता प्रान्त में नोशिरो परीक्षण केंद्र वर्तमान एप्सिलॉन श्रृंखला के आगे के एप्सिलॉन एस विकसित कर रहा है.

इस श्रृंखला का पहला रॉकेट 2013 में प्रक्षेपित किया गया था और अपने प्रक्षेपण मार्ग से भटकने के बाद 2022 में एप्सिलॉन-6 के सेल्फ-डिस्ट्रक्ट के फैसले से पहले पांच मॉडलों के सफल प्रक्षेपण हुए थे.

एप्सिलॉन-6 रॉकेट के उचिनौरा अंतरिक्ष केंद्र से सुबह लगभग 9.50 बजे क्यूशू के दक्षिण-पश्चिमी मुख्य द्वीप के दक्षिणी सिरे के पास से उड़ान भरने के बाद, जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी ने सुबह 9.57 बजे इसे कमांड भेजा था.

यह प्राइवेट और सार्वजनिक संस्थाओं, विश्वविद्यालयों द्वारा तैयार की गईं 5 सेटेलाइट्स को लेकर जा रहा था, क्योडो न्यूज ने ये जानकारी दी है.

लांच फेल होने के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में, एजेंसी ने कहा कि रॉकेट के अपने लक्ष्य की पॉजिशन से भटक जाने और ऑर्बिट में सेटलाइट को स्थापित करने में नाकाम रहने के बाद इसे नष्ट करने का फैसला लिया गया था.

इस नाकामी के कारण एजेंसी को एप्सिलॉन एस के लॉन्च को वित्तीय वर्ष 2023 से वित्तीय वर्ष 2024 तक स्थगित करना पड़ा जो एप्सिलॉन-6 जैसे ईंधन टैंक का इस्तेमाल करता है.

प्रक्षेपण आसान बनाने के लिए लिक्विड प्रोपेलैंट्स की तुलना में एप्सिलॉन सीरीज के रॉकेट्स ठोस ईंधन का इस्तेमाल करते हैं.

क्योडो समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, JAXA के नए फ्लैगशिप H3 रॉकेट को भी मार्च में कुछ मिनटों में इसके दूसरे चरण में इंजन के न जलने (प्रज्ज्वलित न होने) पर नष्ट करने का फैसला किया गया था.


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