निकोसिया, 29 दिसंबर (भाषा) विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बृहस्पतिवार को साइप्रस के अपने समकक्ष लोआनिस कासोउलिडेस से मुलाकात की और उनसे द्विपक्षीय संबंधों तथा यूक्रेन संकट जैसे परस्पर और वैश्विक हितों के मुद्दों पर चर्चा की।
दोनों नेताओं ने रक्षा और सैन्य सहयोग पर एक समझौते ज्ञापन समेत तीन समझौतों पर हस्ताक्षर किए।
जयशंकर साइप्रस की अपनी पहली आधिकारिक यात्रा पर आज ही यहां पहुंचे हैं। यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब दोनों देशों के बीच कूटनीतिक संबंधों के 60 साल पूरे हो गए हैं।
जयशंकर ने यात्रा के दौरान साइप्रस के अपने समकक्ष कासोउलिडेस से मुलाकात की और रक्षा तथा सैन्य सहयोग पर एक समझौते पर हस्ताक्षर किए। साथ ही आव्रजन और गतिशीलता पर आशय पत्र के साथ ही साइप्रस के अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) में शामिल होने पर समझौते पर हस्ताक्षर किए गए।
दोनों नेताओं ने विश्व शांति, स्वतंत्रता और लोकतंत्र पर भी अपने विचार साझा किए।
कासोउलिडेस ने कहा कि भारत और साइप्रस लोगों के संपर्क में विविधता लाने तथा उसे गहरा के लिए प्रतिबद्ध हैं।
जयशंकर और कासोउलिडेस ने यूक्रेन संघर्ष तथा अफगानिस्तान में स्थिति जैसे कई वैश्विक मुद्दों के साथ ही द्विपक्षीय संबंधों पर भी चर्चा की।
जयशंकर ने संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि दोनों देशों के बीच सहयोग सभी को दिखायी दे रहा है और वे कोविड-19 महामारी के बाद अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने आ रही अहम चुनौतियों पर सहयोग करना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि भारत और साइप्रस खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा, समुद्री सुरक्षा के साथ ही सतत विकास जैसे अहम मुद्दों पर मिलकर काम कर रहे हैं।
साइप्रस की तीन दिवसीय यात्रा पर जयशंकर प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष अन्निता डेमेट्रियू से भी भेंट करेंगे।
जयशंकर का साइप्रस में कारोबारी एवं निवेश समुदाय को संबोधित करने का कार्यक्रम है। इसके अलावा विदेश मंत्री वहां भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित भी करेंगे।
भाषा गोला देवेंद्र
देवेंद्र
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.