तेल अवीव : इज़रायल के स्थानीय लोगों ने गुरुवार को तेल अवीव में प्रदर्शन किया और इज़रायली सरकार से बंधकों/कैदियों को आतंकवादी समूह हमास से अदला-बदली की मांग की.
प्रदर्शनकारियों ने इज़रायली सरकार से हमास से बात करने और यह सुनिश्चित करने का आह्वान किया है कि बंधक बनाई गई महिलाओं और बच्चों को रिहा कराया जाए. उन्होंने मांगों को उठाने के लिए तख्तियां लेकर नारेबाजी की.
इज़रायल पर हमास के हमले के बीच तेल अवीव में विरोध प्रदर्शन कर रहे एक स्थानीय व्यक्ति ने बताया, “इज़रायल सरकार को यह सुनिश्चित करने के लिए हमास से बात करनी चाहिए कि जिन महिलाओं, बच्चों और नागरिकों को बंधक बनाया गया है, उन्हें रिहा किया जाए.”
इस बीच, एक अन्य प्रदर्शनकारी स्थानीय शख्स ने कहा कि सरकार को अपहृत बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव प्रयास करना चाहिए.
तेल अवीव में प्रदर्शन कर रहे एक स्थानीय निवासी दफना ने कहा, “हम सरकार से कैदियों, अपहृत बंधकों को रिहा करने के लिए हरसंभव प्रयास करने का आह्वान कर रहे हैं. बंधकों की अदला-बदली के लिए वह हरसंभव प्रयास करे…”
टाइम्स ऑफ इज़रायल ने हिब्रू मीडिया रिपोर्टों का हवाला देते हुए बताया कि 7 अक्टूबर को हमास के हमले के बाद से इज़रायल में मरने वालों की संख्या बढ़कर 1,300 हो गई है और लगभग 3300 लोग घायल हो गए हैं, जिनमें 28 गंभीर हालत में और 350 अति गंभीर हालत में हैं.
रिपोर्ट में कहा गया है कि हमास के हमले के दौरान अगवा किए गए और गाजा पट्टी ले जाए गए अनुमानित 150 लोगों के भविष्य के बारे में कुछ भी नहीं साफ है.
द टाइम्स ऑफ इज़रायल की रिपोर्ट के अनुसार, इज़रायली रक्षा बल (आईडीएफ) के प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने कहा कि सेना ने अब तक 97 बंधकों के परिवारों को सूचित किया है, जिन्हें गाजा पट्टी में आतंकवादियों ने बंधक बना रखा था.
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