(हरिंदर मिश्रा)
यरुशलम, 29 जनवरी (भाषा) इजराइल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने शनिवार को कहा कि भारत और इजराइल के बीच ‘गहरी दोस्ती’ है और उन्होंने अपने भारतीय समकक्ष नरेंद्र मोदी को इस ‘मजबूत और अटूट दोस्ती’ के प्रति उनकी ‘गहरी प्रतिबद्धता’ के लिए धन्यवाद व्यक्त किया। दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना के 30 साल पूरे हुए हैं।
भारत और इजराइल के बीच सहयोग के अवसरों को ‘‘अंतहीन’’ बताते हुए बेनेट ने कहा कि ‘‘भारत और इजराइल के बीच संबंध मजबूत हैं और साथ मिलकर वे और मजबूत होंगे।’’
बेनेट ने शनिवार शाम को जारी एक विशेष वीडियो संदेश में कहा, ‘‘एक बात है जो मैं भारत के सभी लोगों को बताना चाहता हूं। भारत और इजराइल के बीच ‘‘गहरी दोस्ती’’ है। आज भारत और इजराइल के बीच राजनयिक संबंधों के 30 साल पूरे हुए हैं। 30 साल की अद्भुत साझेदारी, एक गहरा सांस्कृतिक, सैन्य और आर्थिक सहयोग का संबंध है।’’
भारत ने 17 सितंबर, 1950 को इजराइल को मान्यता दी थी, लेकिन दोनों देशों के बीच पूर्ण राजनयिक संबंध 29 जनवरी, 1992 को स्थापित किए गए थे। इस अवसर पर कई कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘मैं अपने प्रिय मित्र, प्रधानमंत्री (नरेंद्र) मोदी को उनके नेतृत्व और इस मजबूत एवं अटूट दोस्ती के प्रति उनकी गहरी प्रतिबद्धता के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं। दोनों देश आकार में भिन्न हो सकते हैं लेकिन हम अपना समृद्ध इतिहास, दोनों देशों के लोगों के बीच गर्मजोशी और अपने अत्याधुनिक नवाचार एवं प्रौद्योगिकी सहित बहुत कुछ साझा करते हैं।’’
वीडियो को एक ट्वीट के साथ टैग किया गया था जिसमें कहा गया था, ‘‘आज, हम भारत और इजराइल के बीच राजनयिक संबंधों के 30 साल पूरे होने का जश्न मना रहे हैं। हम एक मजबूत साझेदारी, एक अविश्वसनीय गहरी दोस्ती और भविष्य की आशा का जश्न मना रहे हैं।’’
उन्होंने अपने मित्र नरेंद्र मोदी को हिंदी में लिखा, ‘‘हम साथ मिलकर और भी उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल करते रहेंगे।’’
नयी दिल्ली में प्रधानमंत्री मोदी ने अपने विशेष वीडियो संदेश में कहा कि भारत-इजराइल संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए नए लक्ष्य निर्धारित करने का इससे बेहतर समय नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा कि दुनिया में महत्वपूर्ण बदलावों के बीच संबंधों का महत्व बढ़ गया है। मोदी ने कहा कि भारत और इजराइल के लोगों के बीच हमेशा एक खास रिश्ता रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘यह दिन हमारे संबंधों में महत्व रखता है क्योंकि 30 साल पहले दोनों देशों के बीच पूर्ण राजनयिक संबंध स्थापित हुए थे। दोनों देशों के बीच एक नया अध्याय शुरू हुआ था। यह एक नया अध्याय है लेकिन हमारे बीच का इतिहास सदियों पुराना है।’’
मोदी ने कहा, ‘‘सदियों से यहूदी समुदाय भारत में बिना किसी भेदभाव के सौहार्दपूर्ण वातावरण में है और फला-फूला हुआ है। इसने हमारी विकास यात्रा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।’’
इस सप्ताह की शुरुआत में विदेश मंत्री एस. जयशंकर और इजराइल के विदेश मंत्री यायर लापिड ने एक इजराइली और एक भारतीय अखबार में इस बात पर जोर दिया कि ‘‘दोस्ती और विश्वास’’ न केवल सकारात्मक लक्षण हैं, बल्कि ‘‘वास्तविक संपत्ति’’ भी हैं, जिनके साथ दोनों देशों ने पिछले तीन दशकों से ‘‘अपनी जड़ें गहरी’’ करने के लिए मिलकर काम किया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि मिलकर ये उपलब्धियां सार्थक परिणाम देंगी।
राजनयिक संबंधों के 30 साल पूरे होने के अवसर पर दोनों देशों में ऐतिहासिक स्थलों को रोशनी से जगमग किया गया। भारत में गेटवे ऑफ इंडिया और तीन मूर्ति हाइफा चौक तथा दक्षिणी इजराइल के लोकप्रिय पर्यटन स्थल जूडियन रेगिस्तान में मसादा को रोशनी से जगमगाया गया।
भाषा सुरभि रंजन
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