scorecardresearch
Monday, 4 November, 2024
होमविदेशईरान के परमाणु कार्यक्रम शुरू करने से परेशान हैं फ्रांस, ब्रिटेन, जर्मनी और यूरोपियन संघ

ईरान के परमाणु कार्यक्रम शुरू करने से परेशान हैं फ्रांस, ब्रिटेन, जर्मनी और यूरोपियन संघ

पेरिस, बर्लिन, लंदन और ब्रसेल्स ने कहा कि ईरान का यह कदम 2015 के संयुक्त व्यापक कार्य योजना (जेसीपीओए) के ‘विरुद्ध’ है.

Text Size:

पेरिस: फ्रांस, जर्मनी, ब्रिटेन और यूरोपीय संघ ने कहा है कि वे ईरान के एक महत्वपूर्ण परमाणु संयंत्र में परमाणु कार्यक्रम को फिर से शुरू करने के ईरान के निर्णय से ‘बेहद चिंतित’ हैं.

तीनों देशों और यूरोपीय संघ की ओर से सोमवार को जारी एक संयुक्त बयान में कहा गया, ‘फ्रांस, जर्मनी, ब्रिटेन के विदेश मंत्री और यूरोपीय संघ के उच्च प्रतिनिधि उस हालिया घोषणाओं से बेहद चिंतित हैं कि ईरान ‘फोर्डोव संयंत्र’ में यूरेनियम संवर्धन कार्यक्रम फिर से शुरू कर रहा है. अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) ने 11 नवंबर की अपनी एक रिपोर्ट में भी इस बात की पुष्टि की है.’

पेरिस, बर्लिन, लंदन और ब्रसेल्स ने कहा कि ईरान का यह कदम 2015 के संयुक्त व्यापक कार्य योजना (जेसीपीओए) के ‘विरुद्ध’ है. इसके तहत ईरान अपने कुछ परमाणु कार्यक्रमों पर रोक लगाने के लिए सहमत हुआ था.

वहीं ईरान का कहना है कि अमेरिका के इस समझौते से एकाएक बाहर आ जाने के बाद वह जेसीपीओए के प्रति खुद को बाध्य नहीं मानता.

संयुक्त बयान में कहा गया कि तेहरान का यह हालिया निर्णय जेसीपीओए की प्रतिबद्धताओं का पालन नहीं करने जैसा खेदजनक कृत्य दिखाता है.

गौरतलब है कि आईएईए ने ईरान पर अपनी एक हालिया रिपोर्ट में सोमवार को कहा था कि उसने ईरान के एक प्रतिष्ठान में यूरेनियम के कण देखे हैं.

share & View comments