(अदिति खन्ना)
लंदन, 10 अप्रैल (भाषा) इंफोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति की बेटी अक्षता मूर्ति के कर मामलों की जानकारी एक अखबार तक कैसे पहुंची, इसकी आंतरिक जांच शुरू कर दी गई है। मीडिया की खबरों में रविवार को यह कहा गया।
ब्रिटिश सरकार की आंतरिक जांच इस बात पर गौर करेगी कि वित्त मंत्री ऋषि सुनक की पत्नी की गैर डोमिसाइल स्थिति की जानकारी ‘द इंडिपेंडेंट’ अखबार को कैसे हुई, जिसने इस सप्ताह की शुरुआत में पहली बार खबर प्रकाशित की थी।
‘द संडे टाइम्स’ के अनुसार सुनक की टीम का मानना है कि ‘‘रेड थ्रोट’’ कहे जाने वाले सरकारी अधिकारी का समर्थन करने वाले विपक्षी दल ‘लेबर पार्टी’ लीक के लिए जिम्मेदार है।
अखबार ने अज्ञात वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों के हवाले से कहा है, ‘‘एक पूर्ण कैबिनेट कार्यालय और वित्त मंत्रालय की जांच होने जा रही है कि किसके पास वह जानकारी थी और क्या किसी ने उस जानकारी का अनुरोध किया था। किसी निजी व्यक्ति की कर स्थिति का खुलासा करना एक आपराधिक कृत्य है।’’
यह खुलासा हुआ है कि वित्त मंत्री की पत्नी, जो एक भारतीय नागरिक हैं, ब्रिटेन में कर उद्देश्यों के लिए ‘‘गैर-अधिवासी’ थीं। इसका मतलब है कि वह कानूनी रूप से अपनी विदेशी कमाई पर कर का भुगतान करने के लिए बाध्य नहीं थीं।
इस खुलासे के बाद भारतवंशी वित्त मंत्री द्वारा हाल में किए गए कर वृद्धि की ओर इशारा करते हुए विपक्षी दलों ने दोहरा रवैया रखने के आरोप लगाए। लेबर पार्टी ने आरोप लगाया कि मूर्ति की कर व्यवस्था के परिणामस्वरूप उनके परिवार ने संभावित रूप से काफी बचत की।
अक्षता ने शुक्रवार को घोषणा की कि वह अपने पति के काम में व्यवधान से बचने के लिए अपनी सारी आमदनी पर ब्रिटेन में कर का भुगतान करेंगी। अक्षता ने शनिवार को एक ट्वीट में कहा, ‘‘मेरी वैश्विक आय पर ब्रिटेन में कर का भुगतान करने का मेरा निर्णय इस तथ्य को नहीं बदलेगा कि भारत मेरा जन्म स्थल, नागरिकता, माता-पिता का घर और अधिवास (डोमिसाइल) का स्थान बना हुआ है। लेकिन मुझे ब्रिटेन से भी प्यार है।’’
भाषा आशीष नरेश
नरेश
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.