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बुधवार, 21 मई, 2025
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सिंगापुर के नए मंत्रिमंडल में पीएपी के भारतीय मूल के नेताओं को महत्वपूर्ण मंत्रालय मिले

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(गुरदीप सिंह)

सिंगापुर, 21 मई (भाषा) सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग ने बुधवार को अपने नए मंत्रिमंडल की घोषणा की, जिसमें पीपुल्स एक्शन पार्टी (पीएपी) के भारतीय मूल के कई वरिष्ठ नेता महत्वपूर्ण पदों पर बने रहेंगे।

तीन मई को हुए आम चुनावों में वोंग की पीएपी ने भारी जीत हासिल की। नए मंत्रिमंडल में महत्वपूर्ण फेरबदल किया गया है, जिसमें तीन समन्वय मंत्री शामिल हैं और गान किम योंग एकमात्र उपप्रधानमंत्री होंगे।

मंत्रिमंडल में प्रधानमंत्री कार्यालय और 16 मंत्रालयों में 15 मंत्री तथा दो कार्यवाहक मंत्री भी शामिल हैं।

वोंग ने भारतीय मूल के मंत्रियों और सत्तारूढ़ पार्टी के वरिष्ठ सदस्यों को महत्वपूर्ण पदों पर बनाए रखा है, जिन्होंने दशकों तक सिंगापुर के महत्वपूर्ण मंत्रालयों का प्रबंधन और संचालन किया है।

के षणमुगम गृह मंत्री बने रहेंगे और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए समन्वय मंत्री के रूप में काम करेंगे, लेकिन कानून विभाग छोड़ देंगे।

विवियन बालाकृष्णन विदेश मंत्री बने रहेंगे और इंद्राणी राजा प्रधानमंत्री कार्यालय में मंत्री होंगी। भारतीय मूल के मुरली पिल्लई को वरिष्ठ राज्य मंत्री के रूप में पदोन्नत किया गया है। पिल्लई के कानून और परिवहन विभागों को बरकरार रखा गया है।

जनिल पुथुचेरी शिक्षा और पर्यावरण राज्य मंत्री बनेंगे।

पीएपी के नए सदस्य, भारतीय मूल के दिनेश वासु दाश, वरिष्ठ संसदीय सचिव नियुक्त किए गए लोगों में शामिल हैं। वह दक्षिण पूर्व जिले के मेयर भी होंगे।

यह वोंग का पहला पूर्ण मंत्रिमंडल फेरबदल है, जो पूर्व प्रधानमंत्री ली सीन लूंग का स्थान लेने के लगभग एक वर्ष बाद हुआ है।

‘द स्ट्रेट्स टाइम्स’ ने वोंग के हवाले से कहा, ‘‘मैंने सिंगापुर के लिए सबसे मजबूत टीम बनाने की पूरी कोशिश की है।’’

वित्त विभाग वोंग ने अपने पास ही रखा है। उन्होंने नौ नए राजनीतिक पदाधिकारियों की भी नियुक्ति की है।

गान किम योंग व्यापार एवं उद्योग मंत्री तथा एकमात्र उपप्रधानमंत्री बने रहेंगे। चान चुन सिंग रक्षा मंत्री तथा सार्वजनिक सेवाओं के समन्वय मंत्री का कार्यभार संभालेंगे।

सिंगापुर की आजादी के बाद से ही सत्ता पर काबिज पीएपी ने चुनाव में 92 में से 82 संसदीय सीट जीतीं। बाकी 10 सीट वर्कर्स पार्टी के खाते में गईं, जो संसद में एकमात्र विपक्षी दल है।

भाषा आशीष सुरेश

सुरेश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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