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शनिवार, 24 मई, 2025
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भारतीय मूल के ब्रिटिश जुड़वां बच्चे प्रतिष्ठित ‘मेन्सा क्लब फॉर ब्रेनिएक्स’ में शामिल

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(अदिति खन्ना)

लंदन, 24 मई (भाषा) भारतीय मूल के दो ब्रिटिश बच्चों को प्रतिभाशाली बच्चों के प्रतिष्ठित ‘मेन्सा क्लब फॉर ब्रेनिएक्स’ में शामिल दिया गया है। दोनों बच्चे जुड़वां भाई-बहन हैं।

जुड़वा बच्चों ने सर्वाधिक अंक हासिल करने के लिए कई कठिन चुनौतियों को पार किया।

कृष (11) को 162 अंक प्राप्त करने के बाद इसमें शामिल किया गया, जो ‘मेन्सा सुपरवाइज्ड आईक्यू टेस्ट’ सत्र में सर्वाधिक अंक है। इसके साथ ही कृष उच्च ‘आईक्यू’ वाले अतिप्रतिभाशाली बच्चों के क्लब में शामिल हो गया।

हाल ही में कृष की बहन कियारा ने ‘कैटेल III बी स्केल’ में 152 अंक प्राप्त कर इस क्लब में जगह बनाई।

जुड़वा बच्चों की मां और वरिष्ठ आईटी प्रबंधक मौली अरोड़ा ने कहा, “वे (उनके बच्चे) बहुत प्रतिस्पर्धी हैं और कियारा को कृष की वजह से ‘मेन्सा’ टेस्ट देने की प्रेरणा मिली।” दिल्ली में जन्मी मौली अरोड़ा ने पुणे में कंप्यूटर इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी।

उन्होंने कहा, “हमारा पालन-पोषण का तरीका बहुत ही व्यावहारिक है और हम दिन-प्रतिदिन उनके (बच्चों के) साथ सक्रिय रूप से जुड़े रहते हैं। कृष पियानो सीखता है और सप्ताहांत में रोबोटिक्स पर भी हाथ आजमाता है। कियारा कविता लिखती है और रचनात्मक लेखन पसंद करती है।”

मौली ने बताया, “उनके जुड़वां बच्चे दूसरे भाई-बहनों की तरह आपस में ‘बहुत लड़ते हैं’ लेकिन दोनों के बीच मजबूत बंधन है और अक्सर जब उनकी लड़ाई में हम बीच-बचाव करने की कोशिश करते हैं तो वे अपने माता-पिता के खिलाफ एक हो जाते हैं।”

मुंबई से इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले निश्चल लगभग 25 वर्ष पहले अपने परिवार के साथ ब्रिटेन आ गए थे और उन्होंने अपने जुड़वां बच्चों का दाखिला पश्चिमी लंदन के हाउंसलो में स्थानीय पब्लिक स्कूल में कराया था।

भाषा जितेंद्र अविनाश

अविनाश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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