ह्यूस्टन, 21 मई (भाषा) अमेरिका में रहने वाले एक भारतीय नागरिक ने कई अमेरिकी राज्यों में खुदरा दुकानों पर सशस्त्र डकैती को अंजाम देने का अपराध स्वीकार कर लिया है।
उसने डकैती के पीड़ितों को धोखाधड़ी से अमेरिकी आव्रजन का लाभ प्राप्त करने के लिए वीजा दिलाने में मदद की और उनसे पैसे ऐंठे।
न्यूयॉर्क निवासी रामभाई पटेल (37) ने मंगलवार को बोस्टन में अमेरिकी जिला न्यायाधीश म्योंग जे. जौन के समक्ष वीजा धोखाधड़ी की साजिश रचने के एक मामले में अपराध स्वीकार किया। इस मामले में 20 अगस्त को सजा सुनाई जाएगी।
अमेरिकी संघीय अभियोजकों के अनुसार, पटेल और एक सह-साजिशकर्ता ने मार्च 2023 से अपराध शुरू किया, जिसके तहत उन्होंने कम से कम नौ दुकानों और रेस्तरां में डकैतियां कीं। इन डकैतियों का उद्देश्य हिंसक अपराध परिदृश्यों को गढ़ना था ताकि स्टोर क्लर्क या मालिक ‘यू नॉनइमिग्रेंट स्टेटस’ (यू वीजा) के लिए आवेदन कर सकें।
यू वीजा गंभीर अपराधों के पीड़ितों को दिया जाने वाला एक विशेष वीजा है जो कानून प्रवर्तन में सहायता करते हैं।
इस पूरी कहानी में पीड़ितों ने पटेल को बड़ी रकम का भुगतान किया था।
इन नाटकीय घटनाओं के आधार पर कम से कम दो व्यक्तियों ने ‘यू वीजा’ आवेदन प्रस्तुत किया।
पटेल पर दिसंबर 2023 में आरोप तय किए जाएंगे और सिंह नाम के उसके सह-साजिशकर्ता को 22 मई को दोषी करार दिए जाने की संभावना है।
भाषा यासिर सुरभि
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