(तस्वीर के साथ)
मैड्रिड, तीन जून (भाषा) सर्वदलीय भारतीय प्रतिनिधिमंडल की तीन दिवसीय स्पेन यात्रा पूरी हो गई है। इस दौरान प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने आतंकवाद को ‘‘कतई बर्दाश्त न करने’’ के भारत के रुख को स्पष्ट करने और वैश्विक समर्थन जुटाने के लिए स्पेन के सरकारी अधिकारियों तथा नागरिक समाज के प्रतिनिधियों के साथ कई बैठकें कीं।
द्रमुक सांसद कनिमोई करुणानिधि के नेतृत्व में यह समूह उन सात बहुदलीय प्रतिनिधिमंडलों में से एक है, जिन्हें भारत ने 33 वैश्विक राजधानियों का दौरा करने का काम सौंपा है, ताकि अंतरराष्ट्रीय समुदाय तक पहुंच बनाकर पाकिस्तान के आतंकवाद से संबंधों पर जोर दिया जा सके।
मैड्रिड स्थित भारतीय दूतावास ने मंगलवार को एक बयान में कहा, ‘‘प्रतिनिधिमंडल ने अपनी यात्रा का समापन स्पेन सरकार के नेताओं, सांसदों, नागरिक समाज और भारतीय प्रवासियों को भारत के रणनीतिक दृष्टिकोण और आतंकवाद को कतई बर्दाश्त न करने के दृढ़ संदेश को प्रभावी ढंग से संप्रेषित करने के साथ किया, जिससे द्विपक्षीय संबंध और आपसी समझ मजबूत हुई।’’
सोमवार को प्रतिनिधिमंडल ने एंटोनियो गुटिरेज़ लिमोनेस के नेतृत्व वाली सीनेट की विदेश मामलों की समिति के सदस्यों से मुलाकात की। इसने विदेश मंत्री जोस मैनुअल अल्बेरेस के साथ भी एक अलग बैठक की।
इस संबंध में जारी एक बयान में कहा गया कि सीनेट की विदेश मामलों की समिति के साथ बैठक में प्रतिनिधिमंडल ने इस बात पर जोर दिया कि दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में ‘‘भारत शांति के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन अपनी संप्रभुता की कीमत पर नहीं।’’
इसमें कहा गया कि बैठक का उद्देश्य ‘‘सीमा पार आतंकवादी बुनियादी ढांचे को नष्ट करने तथा आतंकवादियों और उनके समर्थकों के बीच अंतर न करने’’ के भारत के आह्वान को मजबूत करना था।
अल्बरेस से मुलाकात के दौरान प्रतिनिधिमंडल ने आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए भारत के दृष्टिकोण का व्यापक अवलोकन प्रस्तुत किया।
बयान में कहा गया, ‘‘अल्बरेस ने आतंकवाद से निपटने के भारत के प्रयासों के प्रति अपनी समझ और स्पेन के स्पष्ट समर्थन से अवगत कराया तथा वैश्विक शांति के महत्व की पुनः पुष्टि की।’’
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि ‘‘आतंकवाद कभी नहीं जीत पाएगा और स्पेन इस मुद्दे पर भारत के साथ खड़ा है।’’
प्रतिनिधिमंडल में सांसद राजीव राय, कैप्टन बृजेश चौटा, प्रेमचंद गुप्ता और अशोक कुमार मित्तल भी शामिल थे। प्रतिनिधिमंडल ने आतंकवाद पीड़ितों के संगठन से भी मुलाकात की, जो आतंकवाद के 4,800 से अधिक पीड़ितों को सहायता प्रदान करता है।
उन्होंने सभी प्रकार के आतंकवाद को समाप्त करने के लिए भारत के अटूट संकल्प की पुष्टि की।
बयान में कहा गया, ‘‘प्रतिनिधिमंडल ने आतंकवाद के प्रति सिद्धांतबद्ध, सुसंगत और समन्वित वैश्विक प्रतिक्रिया को बढ़ावा देने के उद्देश्य से भारत की कूटनीतिक पहल पर भी जोर दिया।’’
समूह ने स्पेन-भारत काउंसिल फाउंडेशन द्वारा आयोजित एक चर्चा में बुद्धिजीवियों, विचार मंच और नागरिक समाज के प्रतिनिधियों के साथ भी बातचीत की।
प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने आतंकवाद से लड़ने के लिए भारत के दृढ़ संकल्प और शांति के प्रति प्रतिबद्धता पर जोर दिया।
उन्होंने प्रवासी भारतीय समुदाय के सदस्यों से भी बातचीत की।
दूतावास ने एक अलग पोस्ट में कहा, ‘‘सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल की स्पेन यात्रा, आतंकवाद के प्रति भारत के कतई बर्दाश्त न करने के दृष्टिकोण को नेताओं, सांसदों, नागरिक समाज और भारतीय प्रवासियों तक प्रभावी ढंग से पहुंचाने में सफल रही – जिससे द्विपक्षीय संबंध और आपसी समझ मजबूत हुई।’’
यह यात्रा आतंकवाद से निपटने में सहयोग के लिए एक अंतरराष्ट्रीय गठबंधन बनाने के वास्ते प्रमुख अंतरराष्ट्रीय साझेदारों के साथ भारत की व्यापक पहुंच का हिस्सा थी।
भाषा नेत्रपाल रंजन
रंजन
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