(योषिता सिंह)
न्यूयॉर्क, चार सितंबर (भाषा) अमेरिका में भारत के राजदूत विनय मोहन क्वात्रा ने अमेरिका के प्रमुख सांसदों के साथ भारत की ऊर्जा व्यापार संबंधी जरूरतों, अमेरिका से भारत की बढ़ती हाइड्रोकार्बन खरीद तथा द्विपक्षीय व्यापार समेत अन्य पहलुओं पर चर्चा की।
क्वात्रा ने सोशल मीडिया पर कई पोस्ट में अमेरिकी सांसदों के साथ अपनी चर्चाओं का उल्लेख किया।
क्वात्रा ने बृहस्पतिवार को कहा कि उन्होंने ‘हाउस रिपब्लिकन कॉन्फ्रेंस’ के उपाध्यक्ष और ‘हाउस रिपब्लिकन स्टीयरिंग कमेटी’ के उपाध्यक्ष ब्लेक मूर के साथ भारत-अमेरिका द्विपक्षीय व्यापार और भारत की ऊर्जा व्यापार जरूरतों के संबंध में विचारों का आदान-प्रदान किया और संबंधों के प्रति उनके दृढ़ समर्थन के लिए उन्हें धन्यवाद दिया।
उन्होंने कराधान उपसमिति के अध्यक्ष माइक केली के साथ ‘हमारे घनिष्ठ व्यापारिक और आर्थिक संबंध’ समेत द्विपक्षीय संबंधों पर विस्तृत चर्चा की। दोनों देशों के संबंधों को उनके जोरदार समर्थन के लिए राजदूत ने उनका धन्यवाद किया। उन्होंने अमेरिका से भारत की बढ़ती हाइड्रोकार्बन खरीद को भारत की ऊर्जा सुरक्षा आवश्यकताओं का एक प्रमुख पहलू बताया।
‘कांग्रेसनल एनर्जी एक्सपोर्ट कॉकस’ की अध्यक्ष कैरोल मिलर के साथ बातचीत के दौरान, क्वात्रा ने उन्हें ‘भारत की ऊर्जा सुरक्षा और व्यापार के दृष्टिकोण, विशेष रूप से अमेरिका के साथ भारत के हाइड्रोकार्बन व्यापार के बारे में जानकारी दी।
अमेरिकी सांसद ग्रेगरी मीक्स ने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर लगाए गए शुल्क दोनों देशों के बीच ‘महत्वपूर्ण संबंधों’ के लिए ‘खतरा’ हैं।
प्रतिनिधि सभा की विदेश मामलों की समिति के प्रमुख डेमोक्रेट सदस्य मीक्स ने बुधवार को अमेरिका में भारतीय राजदूत विनय मोहन क्वात्रा से मुलाकात के बाद ‘अमेरिका-भारत साझेदारी के लिए कांग्रेस के समर्थन’ पर जोर दिया।
मीक्स के हवाले से सोशल मीडिया पर पोस्ट में कहा गया, ‘‘पिछले 25 वर्षों में क्वाड सहित, मजबूत हुई अमेरिका-भारत साझेदारी के लिए अमेरिकी कांग्रेस के समर्थन को रेखांकित करने के लिए राजदूत विनय मोहन क्वात्रा से मुलाकात की।’’
मीक्स ने कहा, ‘‘मैंने धनिष्ठ संबंधों के प्रति हमारी प्रतिबद्धता, यूक्रेन में शांति की हमारी साझा आशा और इस महत्वपूर्ण संबंध के लिए खतरा ट्रंप के मनमाने शुल्क पर अपनी चिंता दोहराई।’’
उनकी पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए, क्वात्रा ने कहा, ‘‘विदेश मामलों की समिति में नेतृत्व के दौरान अमेरिका-भारत संबंधों के लिए उनके निरंतर परामर्श और दृढ़ समर्थन के लिए आभारी हूं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमारी चर्चा व्यापार, ऊर्जा, हिंद-प्रशांत और आपसी हितों के व्यापक मुद्दों पर केंद्रित रही।’’
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर कुल 50 प्रतिशत शुल्क लगाए जाने के बाद भारत-अमेरिका संबंधों में तनाव के बीच क्वात्रा लगभग रोजाना अमेरिकी सांसदों से मिल रहे हैं। रूसी कच्चे तेल की अपनी खरीद का बचाव करते हुए, भारत यह कहता रहा है कि उसकी ऊर्जा खरीद राष्ट्रीय हित और बाजार की गतिशीलता से प्रेरित है।
भाषा आशीष खारी
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