नई दिल्ली : भारत ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान के दिए भाषण के जवाब में कहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बार-बार परमाणु विध्वंस की धमकी देते है, जिसे राजनीति नहीं बल्कि अस्थिरता फैलाने के रुप में देखा जाना चाहिए. शुक्रवार को इमरान खान ने संयुक्त राष्ट्र में भारत पर कश्मीर की जनता पर अत्याचार करने समेत कई आरोप लगाए थे. संयुक्त राष्ट्र में भारत की प्रथम सचिव विदिशा मैत्रा ने कहा कि इमरान खान ने संयुक्त राष्ट्र के मंच का गलत इस्तेमाल किया है. आतंकवाद को लेकर भारत ने पाकिस्तान पर गंभीर सवाल उठाए.
उनका कहना था कि भारतीयों को अपनी ओर से बोलने के लिए किसी और की ज़रूरत नहीं है, खासकर उन लोगों की बिल्कुल ज़रूरत नहीं है जिन्होंने नफरत की विचारधारा के आधार पर आतंक का उद्योग खड़ा किया है.
Vidisha Maitra, First Secretary MEA exercises India's right of reply to Pakistan PM Imran Khan's speech: Can Pakistan PM confirm that it is home to 130 UN designated terrorists and 25 terrorist entities listed by the UN? pic.twitter.com/fIaUmPIHBH
— ANI (@ANI) September 28, 2019
विदिशा मैत्रा ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के भाषण में किए गए इस दावे का कि उनके देश में कोई आतंकी संगठन नहीं है ये कह कर करारा जवाब दिया कि ‘क्या पाकिस्तान इस तथ्य की पुष्टि करेगा कि वह आज, यूएन द्वारा घोषित किए गए 130 आतंकवादियों और 25 आतंकी संगठनों का घर है?’
Vidisha Maitra, First Secretary MEA exercises India's right of reply to Pakistan PM Imran Khan's speech: Can Pakistan PM confirm that it is home to 130 UN designated terrorists and 25 terrorist entities listed by the UN? pic.twitter.com/fIaUmPIHBH
— ANI (@ANI) September 28, 2019
विदिशा मैत्रा ने भारत की ओर से जवाब देते हुए कहा कि , ‘क्या पाकिस्तान इस बात को मानेगा कि वह दुनिया की अकेली ऐसी सरकार है, जो यूएन द्वारा प्रतिबंधित अल-कायदा और आईएसआईएस के एक आतंकवादी को पेंशन देती है. क्या पाकिस्तान समझा सकता है कि क्यों यहां न्यूयॉर्क में उसके हबीब बैंक पर टेरर फाइनेंसिंग के लिए जुर्माना लगाया गया और फिर क्यों बैंक बंद करना पड़ा.’
विदिशा मैत्रा ने यह भी कहा कि क्या पाकिस्तान इस बात को झुठला सकता है कि वह ओसामा बिन लादेन का खुला समर्थक था.
Vidisha Maitra, First Secretary MEA exercises India's right of reply to Pakistan PM Imran Khan's speech: Will Pakistan acknowledge that it is the only govt in the world that provides pension to an individual listed by the UN in the Al-Qaeda and Daesh sanctions list? pic.twitter.com/UeNqRuMNFv
— ANI (@ANI) September 28, 2019
विदिशा मैत्रा ने यह भी कहा कि ‘पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की तादाद आज महज 3 फीसदी रह गई है, जो कभी 1947 में 23 फीसदी थी.
(आईएएनएस इनपुट के साथ )