नई दिल्ली: भारत और मालदीव ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह के बीच यहां प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता के बाद हिंद महासागर में शांति व सुरक्षा को बनाए रखने के लिए सहयोग बढ़ाने के प्रति सहमति जताई है.
मोदी ने वार्ता के बाद सोलिह के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘राष्ट्रपति सोलिह और मैं इस बात पर सहमत हैं कि हिंद महासागर में सुरक्षा व शांति बनाए रखने के लिए हमें हमारे सहयोग को और मज़बूत करने की ज़रूरत है.’
उन्होंने कहा, ‘भारत और मालदीव दोनों हमारे क्षेत्र में विकास व स्थिरता में बराबर हित व भागीदारी साझा करते हैं.’
यह बताते हुए कि दोनों देशों के सुरक्षा हित एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं, मोदी ने कहा कि क्षेत्र की स्थिरता और एक-दूसरे की चिंताओं व हित पर सर्वसम्मति है.
उन्होंने कहा, ‘हम अपने देशों का एक-दूसरे को नुकसान पहुंचाने की कोशिशों के लिए इस्तेमाल करने की इजाज़त नहीं देंगे.’
प्रधानमंत्री ने वाणिज्यिक संबंधों और द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने का भी आह्वान किया.
उन्होंने कहा, ‘मैं मालदीव में भारतीय कंपनियों के निवेश के बढ़ते अवसर का स्वागत करता हूं.’
सोलिह ने कहा कि चर्चा के दौरान, दोनों पक्षों ने लोकतंत्र को लेकर अपनी प्रतिबद्धता दोहराई.
उन्होंने कहा, ‘हमने हिंद महासागर की सुरक्षा और क्षेत्रीय स्थिरता की साझा ज़रूरत पर सहमति जताई है.’
मालदीव के राष्ट्रपति ने कहा कि दोनों पक्षों ने स्वास्थ्य, शिक्षा, वाणिज्य के क्षेत्र में सहयोग को लेकर चर्चा की.
सोलिह तीन दिवसीय भारत दौरे पर रविवार को यहां पहुंचे थे. यह 17 नवंबर को उनके कार्यभार संभालने के बाद उनकी पहली विदेशी यात्रा है.
भारत और मालदीव के बीच सोलिह के पूर्ववर्ती अब्दुल्ला यामीन द्वारा फरवरी में इस वर्ष आंतरिक आपातकाल लगाने के बाद संबंध बिगड़ गए थे.
सोलिह सितंबर में हुए चुनाव में यामीन को हराकर राष्ट्रपति पद पर काबिज हुए हैं.