टोक्यो: ड्रैगफ्लिकर रूपिंदर पाल सिंह के दो गोल की बदौलत भारत ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ पिछले मैच में करारी शिकस्त से उबरकर जोरदार वापसी की है. टोक्यो ओलंपिक की पुरुष हॉकी मैच के पूल ए में मंगलवार को अपने तीसरे मैच में स्पेन को 3-0 से हराया. भारत ने क्वार्टर फाइनल में अपनी दावेदारी मजबूत कर ली है.
भारत अपने अगले मैच में गुरुवार को ओलंपिक चैंपियन अर्जेन्टीना से भिड़ेगा.
दुनिया की नौवें नंबर की टीम स्पेन के खिलाफ भारत की ओर से रूपिंदर (15वें और 51वें मिनट) ने दो जबकि सिमरनजीत सिंह (14वें मिनट) ने एक गोल दागा.
दुनिया की चौथे नंबर की टीम भारत ने अपने पहले मैच में न्यूजीलैंड को 3-2 से हराकर विजयी शुरुआत की थी लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एकतरफा मुकाबले में उसे 1-7 की करारी हार का सामना करना पड़ा था.
#Tokyo2020 | Hockey Group Stage match: India men's team beat Spain 3-0
— ANI (@ANI) July 27, 2021
स्पेन की टीम अब तक टूर्नामेंट में जीत दर्ज करने में नाकाम रही है. टीम ने अपने पहले मैच में अर्जेन्टीना से 1-1 से ड्रॉ खेला था जब दूसरे मैच में उसे न्यूजीलैंड के खिलाफ 3-4 से शिकस्त झेलनी पड़ी थी.
मनोबल तोड़ने वाली हार के बाद जबरदस्त वापसी
किसी भी टीम के लिए मनोबल तोड़ने वाली हार से एक दिन के भीतर उबरना बेहद मुश्किल होता है लेकिन भारत स्पेन के खिलाफ मंगलवार को भारतीय टीम अधिक संगठित दिखी.
मनप्रीत सिंह की अगुआई वाली टीम ने शुरुआत से ही विरोधी टीम पर दबाव बनाया और शुरुआती 10 मिनट में गेंद को अधिक समय तक अपने कब्जे में रखने में सफल रही. टीम हालांकि गोल करने का कोई वास्तविक मौका नहीं बना पाई.
नौवें मिनट में भारत को बढ़त बनाने का मौका मिला लेकिन मनप्रीत के पास को सिमरनजीत गोल के अंदर डालने में विफल रहे.
स्पेन की टीम धीरे-धीरे लय में लौटी और टीम ने 12वें मिनट में पहला पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया जो बर्बाद गया.
पहले क्वार्टर के अंतिम लम्हों में भारत ने हमले तेज किए. टीम को इसका फायदा भी मिला जबकि स्पेन के रक्षण की कमजोरी का फायदा उठाकर अमित रोहिदास के पास पर सिमरनजीत ने गोलकीपर क्विको कोर्टेस को छकाकर गोल दाग दिया.
भारत को अंतिम मिनट में लगातार तीन पेनल्टी कॉर्नर मिले. तीसरे पेनल्टी कॉर्नर पर हरमनप्रीत के शॉट पर गेंद स्पेन के डिफेंडर से टकराई और भारत को पेनल्टी स्ट्रोक मिला जिसे रूपिंदर ने गोल में बदलकर टीम की बढ़त को दोगुना कर दिया.
दो गोल से पिछड़ने के बाद स्पेन ने दूसरे क्वार्टर में भारतीय रक्षा पंक्ति पर दबाव बनाया और अधिकांश समय खेल भारतीय हाफ में खेला गया. स्पेन को दबाव की रणनीति का फायदा तीसरे क्वार्टर में तीन पेनल्टी कॉर्नर के रूप में मिला लेकिन भारतीय रक्षा पंक्ति ने विरोधी टीम के सभी हमलों को नाकाम कर दिया.
आस्ट्रेलिया के खिलाफ पूरी तरह से नाकाम रहे अनुभवी गोलकीपर पीआर श्रीजेश स्पेन के खिलाफ गजब की लय में दिखे और उन्होंने विरोधी टीम के कई हमलों को विफल किया.
दो गोल की बढ़त के बाद भारतीय टीम चौथे और अंतिम क्वार्टर में रक्षात्मक खेल दिखाकर संतुष्ट थी. स्पेन ने इस बीच दबाव डालना जारी रखा.
भारत को 51वें मिनट में मैच का चौथा पेनल्टी कॉर्नर मिला जिसे रूपिंदर ने गोल में बदलकर भारत को 3-0 से आगे कर दिया जो निर्णायक स्कोर साबित हुआ.
स्पेन ने इसके बाद हमले तेज किए. टीम को 53वें मिनट में लगातार तीन पेनल्टी कॉर्नर मिले लेकिन ड्रैगफ्लिकर पाउ क्युमादा श्रीजेश की अगुआई वाली भारतीय रक्षा पंक्ति को भेदने में नाकाम रहे.
स्पेन को अंतिम मिनट में एक और पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन इस बार भी श्रीजेश ने क्युमादा के प्रयास को नाकाम कर दिया.
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