ढाका: भारत ने पड़ोसी देश बांग्लादेश को कोरोना वायरस की जांच के लिए 30 हजार किट दी हैं. बांग्लादेश में संक्रमण के 11,719 मामले सामने आए हैं वहीं 186 लोगों की संक्रमण से मौत हो गई है.
ढाका में भारतीय उच्चायोग ने एक बयान जारी करके कहा,‘ यह सहायता दक्षेस कोविड-19 आपात कोष के तहत दी गयी है और इसका मकसद कोरोना वायरस को फैलने से रोकने में बांग्लादेश सरकार के प्रयासों में उनकी मदद करना है.’
भारत की उच्चायुक्त रीवा गांगुली दास ने बांग्लादेश के विदेश मंत्री एके अब्दुल मोमिन को ये जांच किट सौंपीं और कहा कि ये किट भारत में निर्मित हैं और कोरोना वायरस संक्रमण की जांच में इन किट का वहां खूब इस्तेमाल हो रहा है.
बयान के अनुसार दास ने कहा कि बांग्लादेश पहला मुल्क है जिसे प्राथमिकता के आधार पर ये जांच किट प्राप्त हुई हैं और यह भारत के लिए बांग्लादेश के महत्व को प्रदर्शित करता है.
मोमिन ने भारत से तीन किस्तों में मिली मदद के लिए भारत का आभार व्यक्त किया.
पहले इंडिगो का एक विमान सामान ले कर पहुंचा था. इस आपूर्ति को बांग्लादेश के इंस्टीट्यूट ऑफ एपिडेमियोलॉजिकल डिसीज कंट्रोल एंड रिसर्च को भेजा जाना था.
ढाका को 25 मार्च को 30,000 सर्जिकल मास्क और 15,000 कैप सहित भारतीय आपातकालीन चिकित्सा सहायता की पहली किस्त मिली.
दूसरी भारतीय खेप में 50,000 सर्जिकल दस्ताने और 1,00,000 हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन की टैबलेट बांग्लादेश भेजी गईं.
बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि मोमिन ने चिकित्सा सहायता तथा भारत में फंसे उसके नागरिकों को वापस भेजने के लिए भारत का शुक्रिया अदा किया.