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Tuesday, 17 December, 2024
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जो बाइडन ने अमेरिका के राष्ट्रपति पद की ली शपथ, कमला हैरिस बनी पहली महिला उपराष्ट्रपति

शपथ ग्रहण में पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन, 2016 में डेमोक्रेटिक पार्टी की राष्ट्रपति उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन, बराक ओबामा, जॉर्ड डब्ल्यू बुश सहित निवर्तमान उपराष्ट्रपति माइक पेंस शामिल हुए लेकिन ट्रंप समारोह से नदारद रहे.

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नई दिल्ली: जो बाइडन (78) ने अमेरिकी संसद भवन कैपिटोल में 46वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली. कमला हैरिस (56) देश की 49वीं उपराष्ट्रपति बनीं.

कमला हैरिस के रूप में पहली बार कोई महिला देश में उपराष्ट्रपति पद की कमान संभाल रही हैं. 56 वर्षीय हैरिस अमेरिका की उपराष्ट्रपति बनने वाली भारतीय मूल की पहली अफ्रीकी अमेरिकी महिला हैं.

शपथ ग्रहण समारोह के आयोजन स्थल पर तथा आसपास 25,000 से अधिक नेशनल गार्ड तैनात थे ताकि सत्ता हस्तांतरण शांतिपूर्ण तरीके से हो सके.

अमेरिकी संसद भवन (यूएस कैपिटोल) में बाइडन के शपथ ग्रहण समारोह में ट्रंप भाग नहीं ले रहे हैं और समारोह से महज कुछ ही घंटे पहले देश की प्रथम महिला मेलेनिया ट्रंप के साथ वो फ्लोरिडा रवाना हो गए.

बाइडन के शपथ ग्रहण में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन और 2016 में डेमोक्रेटिक पार्टी की राष्ट्रपति उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन, पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा, जॉर्ड डब्ल्यू बुश, लेडी गागा भी शामिल हुए. निवर्तमान उपराष्ट्रपति माइक पेंस भी समारोह में शामिल हुए.

शपथ ग्रहण से कुछ घंटे पहले ही डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस को अलविदा कहा. ट्रंप ने बतौर राष्ट्रपति अपने चार सालों को अच्छा बताया.


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बाइडन का सफर

छह बार सीनेटर रहे डेमोक्रेटिक नेता बाइडन ने 78 वर्ष की उम्र में राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन नेता डोनाल्ड ट्रंप को परास्त किया. इससे पहले वह 1988 और 2008 में राष्ट्रपति पद की दौड़ में दो बार असफल भी रह चुके हैं.

डेलावेयर से ताल्लुक रखने वाले वरिष्ठ नेता बाइडन का बचपन से ही राष्ट्रपति बनने का सपना था, लेकिन तीसरे प्रयास में उनका सपना तब पूरा होता दिखा जब उन्होंने पिछले साल 29 फरवरी को साउथ कैरोलाइना से डेमोक्रेटिक पार्टी के प्राइमरी में जीत दर्ज कर कई दिग्गजों को पीछे छोड़ दिया और अमेरिका के राजनीतिक इतिहास में उनकी सबसे नाटकीय वापसी हुई.

वाशिंगटन में पांच दशक गुजार चुके बाइडन व्हाइट हाउस में दो बार पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के अधीन उपराष्ट्रपति रह चुके हैं. उन्होंने इस बार खुद को अमेरिका की जनता के सामने ट्रंप के विकल्प के रूप में मजबूती से रखा.

बाइडन पहली बार 1972 में निर्वाचित हुए और डेलावेयर राज्य से छह बार सीनेटर रहे. वह पहली बार 29 साल की उम्र में निर्वाचित होकर अमेरिकी सीनेट के लिए चुने जाने वाले सबसे युवा प्रतिनिधियों में से एक थे.

(भाषा के इनपुट के साथ)


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