(के जे एम वर्मा)
बीजिंग, 13 अप्रैल (भाषा) चीन के शंघाई में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्देजनर वहां स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास ने ‘इन-पर्सन’ यानी दूतावास परिसर जाकर मिलने वाली राजनयिक सेवाएं निलंबित कर दी हैं।
वाणिज्य दूतावास ने मंगलवार को एक नोटिस जारी कर कहा कि पूर्वी चीन क्षेत्र में रह रहे भारतीय नागरिक त्वरित राजनयिक सेवाओं के लिए बीजिंग स्थित भारतीय दूतावास से संपर्क कर सकते हैं।
दूतावास ने अपनी वेबसाइट पर साझा नोटिस में कहा है, “शंघाई म्युनिसिपल पीपुल्स सरकार ने शहर को सील कर रखा है और अलग-अलग स्तर पर पाबंदियां लगाई हैं। ऐसे में यहां स्थित भारत का महावाणिज्य दूतावास बंद रहेगा। वह ‘इन पर्सन’ राजनयिक सेवाएं मुहैया कराने की स्थिति में नहीं होगा।”
नोटिस में कर्मचारियों के फोन नंबर मुहैया कराते हुए कहा गया है कि इस अवधि में वाणिज्य दूतावास रिमोट माध्यम से काम करेगा और आपात राजनयिक सेवा के लिए उससे संपर्क किया जा सकता है।
चीन का सबसे बड़ा शहर शंघाई कोरोना वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप की चपेट में है, जो वहां तेजी से फैल रहा है और इसकी वजह से अधिकारियों को लॉकडाउन लगाना पड़ा है।
चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग (एनएचसी) ने बुधवार को बताया कि शंघाई में बीते 24 घंटों में कोविड-19 के 1,189 नए मामले सामने आए हैं और 25,141 ऐसे संक्रमितों की भी पहचान की गई है, जिनमें संक्रमण के कोई लक्षण नहीं हैं। इसी के साथ शहर में संक्रमण के मामले एक बार फिर 26,000 के पार चले गए हैं, जिससे स्वास्थ्य सेवाओं पर बोझ बढ़ गया है।
एनएचसी के मुताबिक, चीन के अन्य प्रांतों में भी कोविड-19 के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है। जिलिन प्रांत में 233, गुआंगडोंग में 22, हेनान में 14 और झेजियांग में 12 नए संक्रमितों की मौजूदगी की पुष्टि हुई है।
स्वास्थ्य आयोग के मुताबिक, कुल मिलाकर देश में 26,525 ऐसे मामले मिले हैं, जिनमें संक्रमण के लक्षण नहीं थे।
महावाणिज्य दूत डी नंदकुमार ने कहा कि शंघाई में भारतीय वाणिज्य दूतावास ने भले ही ‘इन-पर्सन’ सेवाओं को निलंबित कर दिया है, लेकिन यह शहर में फिलहाल रह रहे 1,000 से अधिक भारतीय नागरिकों को परामर्श सहित अन्य जरूरी सहायता प्रदान करना जारी रखेगा।
नंदकुमार ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि फिलहाल वाणिज्य दूतावास के करीब 22 सदस्य अपने घरों से काम कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि कर्मचारियों और भारतीय प्रवासियों में संक्रमण के मामले सामने नहीं आए हैं, फिर भी वाणिज्य दूतावास क्षेत्रीय समितियों के माध्यम से समुदाय के सदस्यों के संपर्क में है।
नंदकुमार ने कहा कि शहर के अधिकारियों ने लॉकडाउन के दौरान लाखों लोगों को भोजन और सब्जियों की आपूर्ति की है, जबकि वाणिज्य दूतावास स्थानीय सरकार के माध्यम से भारतीय परिवारों को किराने का सामान वितरित करने की व्यवस्था करने में जुटा है।
शंघाई में संक्रमण के मामलों को नियंत्रित करने के लिए 28 मार्च को लॉकडाउन लगाया गया था। शहर में बड़े पैमाने पर लोगों की कोरोना जांच की जा रही है।
हांगकांग के ‘साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट’ की खबर के अनुसार लॉकडाउन की वजह से लोगों में असंतोष बढ़ रहा है।
खबर के अनुसार लोगों दवा की कमी का भी सामना करना पड़ रहा है।
अमेरिका ने मंगलवार को अपने शंघाई वाणिज्य दूतावास में गैर-आपातकालीन सरकारी कर्मचारियों को कोविड-19 मामलों में वृद्धि को रोकने के लिए कड़े लॉकडाउन के कारण शहर छोड़ने का आदेश दिया।
चीन ने अमेरिका के इस कदम की तीखी आलोचना करते हुए कहा कि स्थानीय सरकार ने चीन में विदेशी राजनयिक और वाणिज्य कर्मियों को यथासंभव सहायता और सुविधा प्रदान की है।
भाषा
देवेंद्र उमा
उमा
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.