नई दिल्ली: पाकिस्तान के सिंध प्रांत में रविवार को एक हिंदू अध्यापक पर भीड़ द्वारा हमला किया गया और एक मंदिर को भी गिरा दिया गया. ईशनिंदा के आरोप में भीड़ ने अध्यापक पर हमला किया था. यह घटना रविवार को पाकिस्तान के सिंध प्रांत के घोटकी में हुई थी.
अल्पसंख्यक समुदाय से आने वाले अध्यापक पर हमला होने के बाद सिंध में दंगे भड़क गए थे. सिंध पब्लिक स्कूल के प्रधानाध्यापक पर पुलिस ने ईशनिंदा के आरोप में एफआईआर भी दर्ज की है. स्कूल में पढ़ने वाले छात्र के पिता अब्दुल अजीज राजपूत ने पुलिस में अध्यापक के खिलाफ मामला दर्ज करवाया था जिसमें कहा गया था कि वो इस्लाम के खिलाफ बच्चों को भड़काते हैं.
सोशल मीडिया पर भी कुछ वीडियो को साझा किया जा रहा है जिसमें प्रदर्शनकारी मंदिर और स्कूल को नुकसान पहुंचा रहे हैं. इस घटना के बाद एक्टिविस्ट और पत्रकार समुदाय के लोगों ने इसकी निंदा की और सिंध सरकार से मांग की कि अल्पसंख्यक समुदाय की रक्षा की जाए. पत्रकारों का कहना है कि घोटकी के मुस्लिम समुदाय के लोगों को मंदिर बनवाना चाहिए और जो भी मंदिर तोड़ने की घटना में शामिल था उस पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. पुलिस को इस मामले पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए.
The Muslims in #Ghotki should rebuild the Mandir, each & every person who vandalized is visible on video & should be behind bars, and locals should form committee to protect mandirs, businesses and homes of the victimized Hindu community. the police should be taken to task too https://t.co/Q3eXbSDXa9
— afia salam (@afiasalam) September 16, 2019
इस घटना के बाद से घोटकी में रहने वाले अल्पसंख्यक समुदाय के लोग डर के माहौल में रह रहे हैं. घोटकी इलाके को पुलिस ने पूरी तरह बंद कर रखा है. कुछ रिपोर्ट के अनुसार प्रदर्शनकारियों ने स्कूल पर भी हमला किया है जिससे काफी संपत्ति को नुकसान पहुंचा है. प्रदर्शनकारियों ने तीन मंदिरों को भी नुकसान पहुंचाया है. बताया जा रहा है कि मियां मिट्ठू मंदिर तोड़ने और हिंसा की घटना के पीछे शामिल हैं. सोशल मीडिया पर मियां मिट्ठू की पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ फोटो खूब वायरल हो रही है.
Alarming reports of accusations of blasphemy in #Ghotki and the outbreak of mob violence. https://t.co/PEc15iBsJi
— Human Rights Commission of Pakistan (@HRCP87) September 15, 2019
घोटकी के एसएसपी फारुख लांजर का कहना है, ‘पुलिस ने इस क्षेत्र में कानून व्यवस्था को नियंक्षण में कर रखा है.’
सिंध के अलावा पास के मीरपुर मथैलो और आदिलपुर में भी इस घटना के बाद प्रदर्शन देखने को मिला. सिंध पुलिस ने अभी तक 50 प्रदर्शनकारियों पर ईशनिंदा के मामले के तहत मामला दर्ज किया है.