इस्लामाबाद : पाकिस्तान के प्रधान मंत्री इमरान खान ने सोमवार को आश्वासन दिया कि उनका देश भारत के साथ युद्ध या संघर्ष के मामले में परमाणु हथियारों का इस्तेमाल सबसे पहले नहीं करेगा.
गवर्नर हाउस के इंटरनेशनल सिख कन्वेंशन में इमरान खान ने कहा, ‘हम दोनों परमाणु हथियार संपन्न देश हैं. अगर ये तनाव बढ़ता है, तो दुनिया खतरे में पड़ सकती है. हमारी तरफ से कोई पहल नहीं होगी. हमारी तरफ से कभी भी कोई पहल नहीं होगी.’ भारत और पाकिस्तान के बीच परमाणु युद्ध के अपने मंत्रियों द्वारा टिप्पणी के मद्देनजर खान की टिप्पणी आई है.
उन्होंने यह भी कहा कि युद्ध किसी भी मुद्दे का समाधान नहीं है, लेकिन कब्जे वाले कश्मीर में मौजूदा स्थिति स्वीकार्य नहीं है.
प्रधान मंत्री की टिप्पणी पाकिस्तानी रेल मंत्री शेख राशिद अहमद के घंटों बाद आई है, जिन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच पूर्ण युद्ध की भविष्यवाणी की थी, संभवतः ‘अक्टूबर या अगले महीने’ उन्होंने कहा था कि उनके देश में आधा पाव एक पाव के परमाणु बम हैं. उन्होंने खुले तौर पर यह भी स्वीकार किया है कि उन्हें ‘युद्ध’ पर बोलने के लिए पाकिस्तान सेना द्वारा नियुक्त किया गया था.
जम्मू-कश्मीर को अनुच्छेद 370 के तहत विशेष दर्जा देने के भारत सरकार के कदम से पाकिस्तान बौखला गया है और इस मुद्दे का अंतर्राष्ट्रीयकरण करने के लिए बेताब प्रयासों के बावजूद खुद को पूरी तरह से अलग-थलग पाया है.