नई दिल्ली: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने विपक्ष को चौंकाते हुए रविवार को अविश्वास प्रस्ताव से पार पा लिया. रेडियो पाकिस्तान की रिपोर्ट के अनुसार खान ने पूर्व चीफ जस्टिस गुलज़ार अहमद को केयरटेकर प्रधानमंत्री के तौर पर नामांकित किया है.
रविवार को इमरान खान ने राष्ट्रपति से संसद को भंग कर फिर से चुनाव कराने की सिफारिश की थी. डिप्टी स्पीकर ने खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को खारिज कर दिया था.
बीते हफ्ते खान सरकार के दो सहयोगियों के छोड़ देने के बाद सरकार अल्पमत में आ गई थी. उनके सहयोगी रह चुकी पार्टियों ने उनके खिलाफ वोट देने की बात कही थी.
रविवार को टीवी पर दिए अपने संक्षिप्त बयान में खान ने लोगों से चुनावों के लिए तैयार रहने को कहा. उन्होंने कहा, ‘देश के भविष्य का फैसला कोई भी भ्रष्ट ताकतें नहीं कर सकतीं.’ उन्होंने इस बात को फिर से दोहराया कि विपक्षी पार्टियां यूएस के साथ मिलकर उन्हें हटाना चाहती हैं.
पाकिस्तान की विपक्षी दलों ने खान के इस कदम को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है और उनके फैसले की संवैधानिकता पर सवाल उठाए हैं. विपक्षी नेता शहबाज़ शरीफ ने खान पर देशद्रोह का आरोप भी लगाया.
नेशनल असेंबली के डिप्टी स्पीकर क़ासिम सूरी ने रविवार को संविधान के पांचवें अनुच्छेद का हवाला देते हुए अविश्वास प्रस्ताव को खारिज कर दिया.
बाद में खान की सिफारिश पर राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने नेशनल असेंबली को भंग कर दिया.
हालांकि मंगलवार को इमरान खान अपनी पार्टी पीटीआई के नेताओं के साथ आने वाले चुनावों में टिकट बंटवारे को लेकर बातचीत करेंगे, जो कि 90 दिनों के भीतर होना है.
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