वियना, 27 फरवरी (भाषा) संयुक्त राष्ट्र की परमाणु निगरानी संस्था ने सभी पक्षों से यूक्रेन में परमाणु ऊर्जा संयंत्रों को खतरा पैदा करने वाली किसी भी कार्रवाई से परहेज करने का आह्वान किया है।
अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) ने कहा है कि यूक्रेन में कुल 15 रिएक्टर के साथ चार परमाणु ऊर्जा संयंत्र हैं, जो देश की बिजली का लगभग आधा हिस्सा प्रदान करते हैं।
यूक्रेन की स्थिति पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए आईएईए के महानिदेशक राफेल मारियानो ग्रॉसी ने शनिवार को सभी पक्षों से ऐसे किसी भी कदम से परहेज करने का आह्वान किया जो परमाणु सामग्री की सुरक्षा और सभी परमाणु संयंत्रों के सुरक्षित संचालन को खतरे में डाल सकता है क्योंकि किसी भी घटना से मानव स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए गंभीर परिणाम हो सकते हैं।
उन्होंने कहा कि यूक्रेन ने शनिवार को एजेंसी को सूचित किया कि देश के परमाणु ऊर्जा संयंत्र सुरक्षित हैं और परिचालन सामान्य है। बयान में कहा गया है कि आईएईए को दी गई अद्यतन सूचना में यूक्रेन के परमाणु नियामक (एसएनआरआईयू) ने भी कहा है कि उसके कर्मचारियों ने संयंत्रों के साथ नियमित संपर्क बनाए रखा है।
आईएईए के महानिदेशक ने कहा, ‘‘यूक्रेन में परमाणु स्थलों और सामग्री की सुरक्षा किसी भी परिस्थिति में खतरे में नहीं होनी चाहिए। फिलहाल संयंत्र सामान्य रूप से काम कर रहे हैं और उनकी परमाणु सामग्री नियंत्रण में है। जरूरी है कि यह स्थिति बनी रहे और संयंत्र के कर्मचारी बिना किसी अनुचित दबाव या तनाव के अपना महत्वपूर्ण कार्य कर पाएं।’’
यूक्रेन की सेना के साथ भीषण लड़ाई के बाद रूसी सेना ने बृहस्पतिवार को बंद पड़े चेर्नोबिल परमाणु ऊर्जा संयंत्र (एनपीपी) पर कब्जा कर लिया था। इसी जगह पर 1986 में दुनिया की सबसे भीषण परमाणु त्रासदी हुई थी और आज भी यहां परमाणु विकिरण हो रहा है।
यूक्रेन के परमाणु नियामक ने शुक्रवार को चेनोर्बिल में विकिरण के उच्च स्तर की सूचना दी। सैन्य वाहनों की आवाजाही के कारण दूषित मिट्टी से धूल उड़ने के कारण शायद यह स्तर बढ़ा। हालांकि आईएईए के विश्लेषण में विकिरण का स्तर कम पाया गया जिससे जनता के लिए कोई खतरा नहीं है।
यूक्रेन के नियामक ने शनिवार को अद्यतन सूचना में बताया कि परमाणु स्थल पर कामकाज सामान्य है। हालांकि, नियामक ने यह भी कहा कि 24 फरवरी से ड्यूटी पर तैनात कर्मचारी नहीं बदले गए हैं।
भाषा आशीष नेत्रपाल
नेत्रपाल
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.