(योषिता सिंह)
न्यूयॉर्क/वाशिंगटन, सात नवंबर (भाषा) अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि वह अगले वर्ष भारत की यात्रा कर सकते हैं।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को एक ‘‘अच्छा व्यक्ति’’ और मित्र बताते हुए कहा कि मोदी ‘‘चाहते’’ हैं कि वह भारत आएं।
ट्रंप ने ‘ओवल ऑफिस’ में बृहस्पतिवार को एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘वह (प्रधानमंत्री मोदी) मेरे दोस्त हैं, हम बात करते रहते हैं… वह चाहते हैं कि मैं वहां आऊं। हम इस पर विचार कर रहे हैं। मैं जाऊंगा। मेरी वहां प्रधानमंत्री मोदी के साथ एक शानदार यात्रा रहेगी। वह एक अच्छे व्यक्ति हैं। मैं जाऊंगा।’’
जब उनसे पूछा गया कि क्या वह अगले साल भारत की यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो ट्रंप ने जवाब दिया, ‘‘हां, हो सकता है।’’
भारत नयी दिल्ली में क्वाड (चतुष्पक्षीय सुरक्षा संवाद) शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा, जिसमें ऑस्ट्रेलिया, जापान और अमेरिका के नेता भाग लेंगे। इससे पहले 2024 का शिखर सम्मेलन विलमिंगटन (डेलावेयर) में आयोजित हुआ था। बहरहाल, भारत में होने वाले सम्मेलन की तारीखों की घोषणा अभी नहीं हुई है।
ट्रंप की आगामी भारत यात्रा के बारे में पूछे जाने पर नयी दिल्ली में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने इस मुद्दे पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
जायसवाल ने कहा, ‘‘ मेरे पास इस विषय पर कहने के लिए कुछ नहीं है। जब मेरे पास ऐसी कोई सूचना होगी तो मैं आपको अवश्य बताऊंगा।’’
ट्रंप ने मोदी के साथ वार्ता और भारत के साथ व्यापार चर्चा की प्रगति के बारे में पूछे गए एक सवाल पर कहा, ‘‘यह बहुत अच्छी है, सब अच्छा चल रहा है। उन्होंने (प्रधानमंत्री मोदी ने) रूस से तेल खरीदना बंद कर दिया… काफी हद तक उन्होंने रूस से तेल खरीदना बंद कर दिया।’’
ट्रंप ने भारत पर 25 प्रतिशत जवाबी शुल्क और रूसी तेल की खरीद के लिए अतिरिक्त 25 प्रतिशत कर लगाया है, जिससे भारत पर लगाया गया कुल शुल्क 50 प्रतिशत हो गया।
भारत ने अमेरिकी कार्रवाई को ‘अनुचित, अन्यायपूर्ण और अव्यवहारिक’ बताते हुए कहा था कि उसकी ऊर्जा नीति अपने राष्ट्रीय हितों से प्रेरित है।
पत्रकारों के समक्ष अपनी टिप्पणी में ट्रंप ने इस दावे को भी दोहराया कि उन्होंने व्यापार के माध्यम से मई में भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष को रोका था।
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने आठ युद्ध खत्म कराए जिनमें से पांच या छह तो शुल्क (टैरिफ) के जरिए खत्म कराए। मैं आपको एक उदाहरण देता हूं। अगर आप भारत और पाकिस्तान को देखें तो उन्होंने लड़ाई शुरू कर दी थी। वे दोनों परमाणु संपन्न देश हैं…वे एक-दूसरे पर गोलीबारी कर रहे थे। आठ विमान गिरा दिए गए थे। पहले सात थे। अब आठ हैं क्योंकि एक विमान जो मार गिराया गया था, उसे अब छोड़ दिया गया है। आठ विमान गिराए गए।’’
ट्रंप ने कहा, ‘‘और मैंने कहा, ‘सुनो, अगर आप लोग लड़ते रहेंगे तो मैं शुल्क लगा दूंगा।’ वे दोनों खुश नहीं थे लेकिन 24 घंटे के भीतर मैंने वह युद्ध सुलझा दिया। अगर मेरे पास शुल्क (टैरिफ) न होता तो मैं वह युद्ध नहीं रोक पाता।’’
राष्ट्रपति ट्रंप ने शुल्क को ‘‘राष्ट्रीय रक्षा का एक बड़ा’’ माध्यम भी बताया।
ट्रंप ने 10 मई को सोशल मीडिया पर घोषणा की थी कि भारत और पाकिस्तान वाशिंगटन की मध्यस्थता में ‘‘देर रात’’ तक चली बातचीत के बाद ‘‘पूर्ण और तत्काल संघर्षविराम’’ पर सहमत हो गए हैं। इसके बाद से वह 60 से अधिक बार यह दावा दोहरा चुके हैं।
हालांकि, भारत ने किसी भी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता से हमेशा इनकार किया है।
भारत ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए हमले के जवाब में सात मई को ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया, जिसके तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादी ढांचे को निशाना बनाया गया।
भारत और पाकिस्तान के बीच चार दिनों तक सीमा पार से ड्रोन और मिसाइल हमलों के बाद संघर्ष को समाप्त करने के लिए 10 मई को सहमति बनी।
भाषा राजकुमार अविनाश
अविनाश
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