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Wednesday, 1 May, 2024
होमखेल‘100 वनडे विकेट लेने वाले जिम्बाब्वे के पहले क्रिकेटर’, हीथ स्ट्रीक का 49 साल की उम्र में कैंसर से निधन

‘100 वनडे विकेट लेने वाले जिम्बाब्वे के पहले क्रिकेटर’, हीथ स्ट्रीक का 49 साल की उम्र में कैंसर से निधन

स्ट्रीक 100 टेस्ट विकेट और 1,000 टेस्ट रन की दोहरी उपलब्धि हासिल करने वाले जिम्बाब्वे के एकमात्र क्रिकेटर थे. उन्होंने 2 हफ्ते से भी कम समय पहले अपनी मौत की झूठी अफवाहों को खारिज कर दिया था.

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नई दिल्ली: जिम्बाब्वे के पूर्व क्रिकेटर हीथ स्ट्रीक का कोलन और लीवर कैंसर की गंभीर समस्या के बाद रविवार को निधन हो गया. 49 वर्षीय पूर्व क्रिकेटर अपने अंतिम दिनों में अपने परिवार के साथ जिम्बाब्वे के माटाबेलेलैंड में अपने फार्म हाउस में थे.

उनकी पत्नी नादीन स्ट्रीक ने फेसबुक पर एक पोस्ट के जरिए उनकी मृत्यु की पुष्टि की. उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा, “आज रविवार 3 सितंबर 2023, सुबह-सुबह, मेरे जीवन का सबसे बड़ा प्यार और मेरे खूबसूरत बच्चों के पिता, को एन्जिल्स के साथ रहने के लिए उनके घर से ले जाया गया जहां वह अपना अंतिम समय बिताना चाहते थे. अपने परिवार और निकटतम प्रियजनों से घिरे हुए वे हमें छोड़कर अनंत काल के लिए हमसे अलग हो गये.”

23 अगस्त को, एक पूर्व सहयोगी, हेनरी ओलोंगा के सोशल मीडिया पोस्ट के बाद स्ट्रीक की मौत की अफवाहें तेजी से फैल गईं. हालांकि, स्ट्रीक और ओलोंगा दोनों ने बाद में स्पष्ट किया कि यह खबर झूठी थी. ओलोंगा ने अपने पोस्ट के लिए सार्वजनिक माफी भी मांगी.

स्ट्रीक ने कहा कि वह इस बात से आहत हैं कि उनके स्वास्थ्य के बारे में झूठी खबरें फैलाई जा रही हैं. मीडिया रिपोर्ट्स में स्ट्रीक के हवाले से तब कहा गया था, “यह पूरी तरह से अफवाह और झूठ है. मैं जीवित हूं और ठीक हूं. मैं यह जानकर बहुत परेशान हूं कि किसी के गुजर जाने जैसी बड़ी बात बिना सत्यापन के फैलाई जा सकती है, खासकर सोशल मीडिया के जमाने में.”

शानदार करियर

अपने क्रिकेट करियर में स्ट्रीक ने कई उपलब्धियां हासिल कीं. वह वनडे में 100 विकेट लेने वाले जिम्बाब्वे के पहले क्रिकेटर थे. उन्होंने 100 टेस्ट विकेट लिए और उन्हें 1,000 टेस्ट रन के साथ दोहरी उपलब्धि हासिल करने वाले जिम्बाब्वे के एकमात्र क्रिकेटर होने का गौरव भी प्राप्त है. वनडे में, वह अपने देश के एकमात्र खिलाड़ी थे जिन्होंने 2,000 रन बनाए और 200 विकेट भी लिए.

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स्ट्रीक की क्रिकेट यात्रा 1993 में उनके टेस्ट और वनडे डेब्यू के साथ शुरू हुई. 1999-2000 सीज़न के दौरान राष्ट्रीय टीम के कप्तान के रूप में उनकी नियुक्ति के साथ उनका करियर समाप्त हुआ. उन्होंने अपना आखिरी टेस्ट 2005 में भारत के खिलाफ खेला था. आईसीसी की वेबसाइट के अनुसार एक ऑलराउंडर के रूप में टेस्ट और वनडे क्रिकेट दोनों में उनकी सर्वोच्च अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) रैंकिंग 5 थी.

जिम्बाब्वे के क्रिकेट दिग्गजों में से एक माने जाने वाले स्ट्रीक को 2021 में एक बड़ा झटका लगा जब ICC ने 2018 में कथित तौर पर भ्रष्टाचार विरोधी संहिता का उल्लंघन करने के लिए उन पर आठ साल का प्रतिबंध लगा दिया. अंतरराष्ट्रीय खेल से संन्यास लेने के बाद, स्ट्रीक ने कोचिंग और पैसे उधार देना शुरू कर दिया. जिम्बाब्वे और बांग्लादेश सहित विभिन्न अंतरराष्ट्रीय टीमों के लिए उन्होंने काम किया. उन्होंने इंडियन प्रीमियर लीग की फ्रेंचाइजी जैसे कोलकाता नाइट राइडर्स और अब बंद हो चुकी राजकोट टीम गुजरात लायंस के साथ भी काम किया है.

(संपादन: ऋषभ राज)

(इस ख़बर को अंग्रेज़ी में पढ़नें के लिए यहां क्लिक करें)


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